अमरावती

दुपहिया की टक्कर के बाद जानलेवा हमला

6-7 लोगों के गुट ने दो लोगों पर किया लोहे की रॉड से वार

* अंजनगांव सुर्जी शहर में उपजा जातिय तनाव, तीन गिरफ्तार
अंजनगांव सुर्जी/ दि.17 – कॉलेज में जा रहे दो विद्यार्थियों के दुपहिया वाहन को सामने से आ रही दुपहिया ने टक्कर मारी. जिसके बाद दोनों दुपहिया वाहनों पर सवार लोगों के बीच कुछ कहा सुनी हुई. पश्चात देखते ही देखते समुदाय विशेष के 7 से 8 अल्पवयीन युवकों ने लोहे की रॉड से लैस होकर पहली दुपहिया पर सवार दो युवकों पर जानलेवा हमला किया. यह घटना लेधे मार्केट के सामने 16 जनवरी को सुबह 11.30 बजे घटित हुई. जहां पर लोहे की रॉड से लैस नाबालिगों ने बीच रास्ते में जमकर हंगामा मचाया. जिसके चलते शहर में काफी देर तक तनाव पैदा हो गया था.
मिली जानकारी के मुताबिक विद्यानिकेतन महाविद्यालय में पढने वाला कार्तिक राजेश दुर्गे (16, पानअटाई) तथा उसका दोस्त वासुदेव रघुनाथ टीपरे (सुर्जी) अपनी दुपहिया पर सवार होकर कॉलेज जाने निकले. जिन्हें सामने से ट्रीपल सीट आ रहे बुलेट वाहन ने टक्कर मार दी और दोनों दोस्त अपनी दुपहिया से नीचे गिर गये. पश्चात इन दोनों ने एक होटल के सामने बुलेट वाहन पर सवार तीनों लोगों को पीछा करते हुए पकडा और जानना चाहा कि, हादसे के बाद वे लोग मौके पर रुकने की बजाय भाग क्यों गए. जिसपर टक्कर मारने वाले दुपहिया सवार ने ‘रुक यहां पे, अभी तेरे को बताता हूं, मेरे दोस्तों को बुलाता हूं, फिर पता चलेगा’ कहते हुए पांच-छह लोगों की टोली को मौेके पर बुलाया. जो पास की दुकान से अपनी हाथों में लोहे की रॉड लेकर पहुंचे और उन्होंने कार्तिक व राजेश के साथ गालीगलौच व धक्कामुक्की करते हुए उनपर रॉड से हमला किया. इस घटना के चलते अंजनगांव शहर में देखते ही देखते तनावपूर्ण स्थिति बन गई. पश्चात कार्तिक दुर्गे की शिकायत पर अंजनगांव पुलिस ने मारपीट करने वाली टोली में से तीन लोगों को तुरंत अपनी हिरासत में लिया, लेकिन इस समय आरोपियों को छोडने हेतु तबाव बनाने के लिए समुदाय विशेष की काफी बडी भीड पुलिस थाने पहुंची. जिसे पुलिस ने मौके से भगा दिया. वारदात में शामिल आरोपी नाबालिग रहने के चलते पुलिस ने अपराध दर्ज करने के बाद तीनों आरोपियों को समझपत्र देकर छोड दिया.

इससे पहले भी हुआ था ऐसा हादसा
जानकारी के मुताबिक हिरासत में लिये गए नाबालिग युवक के दुपहिया वाहन से इसके पहले भी डिपी रोड पर एक हादसा घटित हुआ था. जिसमें एक व्यक्ति का पांव टूट गया था. उस समय भी पुलिस ने इस नाबालिग के खिलाफ अपराध दर्ज किया था, लेकिन आरोपी के अल्पवयीन रहने के चलते उसे समझपत्र देकर छोड दिया गया.

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