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जावरे पिता-पुत्र से 30 किलो चांदी की लूट

बंदूक की नोक पर दिनदहाडे लूट की वारदात

* नवसारी के जवाहर नगर परिसर की घटना
* 8 युवकों ने सुनियोजित ढंग से दिया वारदात को अंजाम
* पहले से कर रखी थी रेकी, आज बिछाया था जाल
* वारदात के वक्त प्रवीण जावरे की नाक पर मारी पिस्तौल की बट
* आसपडोस के लोगों को भी पिस्तौल दिखाकर धमकाया
* घटना के बाद अलग-अलग दिशाओं में भागे सभी आरोपी
* जानकारी मिलते ही सीपी रेड्डी सहित तमाम पुलिस अधिकारी पहुंचे मौके पर
* परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज खंगाले जा रहे, मामले की जांच जारी
अमरावती/दि.4 – स्थानीय गाडगे नगर पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत नवसारी के पास स्थित जवाहर नगर परिसर स्थित मातामाय मंदिर के पास आज सुबह 11.15 बजे के आसपास करीब 8 अज्ञात लूटेरों ने बंदूक यानि पिस्तौल की धाक दिखाते हुए जावरे ज्वेलर्स के संचालक जावरे पिता-पुत्र के साथ जमकर मारपीट की और उसके पास से करीब 20 लाख रुपए मूल्य की 30 किलो चांदी से भरी बैग लूट ली. दिनदहाडे पिस्तौल की नोक पर हुई इस वारदात के चलते पूरे परिसर में जबर्दस्त हडकंप मचा हुआ है. साथ ही मामले की जानकारी मिलते ही गाडगे नगर पुलिस ने जांच शुरु करते हुए अज्ञात लूटेरों की तलाश शुरु कर दी है. बता दें कि, इस लूटपाट का शिकार हुए जावरे पिता-पुत्र क्षेत्र की पूर्व पार्षद स्वाती जावरे के ससुर व देवर है.
इस संदर्भ मेें मिली जानकारी के मुताबिक जवाहर नगर परिसर में रहने वाले उत्तमराव जावरे (79) व प्रवीण उत्तमराव जावरे (48) नामक पिता-पुत्र की उज्वल कालोनी परिसर में जावरे ज्वेलर्स नामक सोने-चांदी की दुकान है. जहां से रोजाना रात 9.30 बजे दुकान बंद करते समय वे दुकान में रखे सोने-चांदी के आभूषणों को अपने साथ लेकर घर चले आते है और अगले दिन सुबह 11.30 बजे यह पूरा सामान लेकर दुकान पहुंचते है. रोजाना की तरह आज सुबह भी जावरे पिता-पुत्र अपने एक्टीवा दुपहिया क्रमांक एमएच-27/सीजी-8057 पर सोने-चांदी के आभूषणों से भरे दो बैग लेकर घर से दुकान जाने हेतु निकले थे. इस समय एक बैग में डेढ किलो सोने के आभूषण व साढे तीन लाख रुपए की नगद रकम के साथ ही ग्राहकों द्वारा सुधारने हेतु दिये गये सोने के आभूषण तथा दूसरी बैग में 30 किलो चांदी के बर्तन व अन्य गहने रखे हुए थे. जवाहर नगर स्थित अपने घर से निकलकर जावरे पिता-पुत्र महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित मातामाय मंदिर के पास ही पहुंचे थे कि, सामने से एक हट्टा कट्टा युवक पैदल चलता हुआ आया और उसने जावरे पिता-पुत्र की एक्टीवा दुपहिया को जोरदार लात मारी. जिससे दोनों लोग हडबडाकर अपने वाहन से नीचे गिर गये. इसी दौरान एक दूसरे युवक ने चांदी से भरी बैग को उठाने के लिए हाथ आगे बढाया, तब तक प्रवीण जावरे खुद को संभालते हुए उठकर खडे हो गये और उन्होंने उस युवक का प्रतिकार करना शुरु किया. इस समय तक तीसरा युवक ही मौके पर पहुंच गया. जिसने प्रवीण जावरे पर देशी कट्टा तानने के साथ ही छीनाझपटी करते हुए उनकी नाक पर देशी कट्टे की बट से जोरदार वार किया और चांदी के गहनों से भरी बैग को छीन लिया. इस समय समय सुचकता दिखाते हुए प्रवीण जावरे ने अपने पास रहने वाली दूसरी बैग को पास में ही रहने वाले रामेश्वर बाहेकर के घर की वॉल कम्पाउंड के भीतर फेक दिया. तब तक देशी कट्टा लिये हुए एक चौथा युवक भी मौके पर पहुंच चुका था. इन चारों युवकों ने जावरे पिता-पुत्र को दो देशी कट्टों का धाक दिखाते हुए उनके पास से छीनी गई बैग को कुछ ही दूरी पर खडी सफेद रंग की वैगनआर कार में डाला. इस कार में 4 लोग सवार थे. जिसमें से दो लोगों के पास कट्टे थे. बैग के मिलते ही उक्त कार में सवार चारों लोग बडी तेजी के साथ अपनी कार लेकर नवसारी की ओर भाग गये. वहीं लूटपाट की घटना को अंजाम देने वाले चारों युवक घटनास्थल के पास खडी केसरी पट्टे वाली पैशन प्रो व नीले पट्टे वाली स्प्लेंडर दुपहिया पर सवार होकर कठोरा मार्ग स्थित एस्सार पेट्रोल पंप की ओर निकल गये. इस समय एक दुपहिया वाहन पर तीन युवक सवार होकर भागे. वहीं दूसरी दुपहिया पर एक अकेला युवक बैठकर भागा. यह पूरा घटनाक्रम करीब 10 से 12 मिनट के भीतर अंजाम दिया गया.

दिनदहाडे हुई लूटपाट की इस वारदात की जानकारी मिलते ही शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल, अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त शिवाजी बचाटे व गाडगे नगर पुलिस स्टेशन के थानेदार माने सहित तीनों अपराध शाखाओं के पुलिस अधीक्षक, सभी पुलिस थानों के डीबी पथक, पुलिस आयुक्तालय की सीआईयू व साइबर सेल टीम मौके पर पहुंच गये और पुलिस ने जावरे पिता-पुत्र सहित घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों से इस वारदात को लेकर पूछताछ करनी शुरु की. साथ ही अब पुलिस इस परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज को खंगालते हुए आरोपियों की तलाश कर रही है.

* सभी आरोपियों के चेहरे थे खुले
विशेष उल्लेखनीय है कि, इन दिनों अमूमन लूटपाट व चोरी जैसी वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों द्वारा पुलिस की पकड में आने से बचने हेतु अपनी पहचान को छिपाने के लिए अपने चेहरों को दुपट्टे से ढांक लिया जाता है. लेकिन इस वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपी घटनास्थल पर करीब 1 घंटे से मौजूद थे और उनमें से किसी ने भी अपने चेहरों को ढांका हुआ नहीं था. ऐसे में जावरे पिता-पुत्र सहित परिसर के कई लोगों ने उन सभी आरोपियों को अपनी खुली आंखों से देखा. साथ ही उन सभी लूटेरों के चेहरे सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुए है, जिनमें से अधिकांश आरोपी जिन्स व टी-शर्ट पहने हुए थे तथा उनकी उम्र 22 से 25 वर्ष के आसपास रहने का अनुमान जताया गया है.

* बेहद पेशेवर तरीके से दी गई वारदात अंजाम
इस पूरे घटनाक्रम को देखते हुए कहा जा सकता है कि, इस घटना में शामिल सभी आरोपी बेहद पेशेवर थे. जिन्होंने सुनियोजित तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों ने एक साथ झपट्टा मारने की बजाय एक-एक कर आगे आते हुए जावरे पिता-पुत्र से मारपीट व छीनाझपटी की. घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज को देखकर साफ होता है कि, सभी आरोपी वारदात से करीब पौन-एक घंटा पहले ही वहां पहुंच गये थे और सभी ने अपनी-अपनी जगह पकड ली थी. जिसके बाद वे जावरे पिता-पुत्र के आने का इंतजार करने लगे. इस दौरान हर कोई अपने-अपने स्थान पर बेहद सहज बना हुआ था और जैसे ही जावरे पिता-पुत्र उस जगह पर पहुंचे, तो एक आरोपी ने उन्हें दुपहिया वाहन से गिराने का काम किया. तभी दूसरा आरोपी दुपहिया पर रखी बैगों को उठाने पहुंचा इस समय प्रवीण जावरे द्वारा प्रतिकार किये जाने पर तीसरा आरोपी आगे आया और उसके भी नाकाम रहने पर चौथे आरोपी ने आगे आकर देशी कट्टे की धाक दिखाई और लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद 30 किलो चांदी से भरी बैग को घटनास्थल के पास खडी वैगनआर कार में डाला गया. जिसमें अन्य 4 आरोपी भी मौजूद थे. जिसका सीधा मतलब है कि, आरोपियों ने पहले से ही जावरे पिता-पुत्र की रेकी कर रखी थी और पहले से तय किये गये प्लान के मुताबिक आज सुबह इस घटना को अंजाम दिया गया. खास बात यह रही कि, लूटपाट व छीनाझपटी की वारदात को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों ने आपस में एक-दूसरे के साथ कोई बातचीत नहीं की. हालांकि जावरे पिता-पुत्र के मुताबिक आरोपियों ने उन्हें हिंदी भाषा में डराने धमकाने का काम किया. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि, संभवत: वे आरोपी हिंदी भाषिक थे, जो परप्रांतिय भी हो सकते है.

* एक महिला व युवती को भी दिखाई पिस्तौल की धाक
जिस स्थान पर यह घटना घटित हुई उसके पास ही स्थित मकान में रहने वाली प्रीति उघडे नामक महिला के मुताबिक उसने इस पूरी वारदात को प्रत्यक्ष अपनी आंखों से देखा. इस महिला के मुताबिक वह अपने घर की पहली मंजिल की बालकनी में झाडू लगा रही थी और उसने देखा कि, उसके घर के ठीक सामने सफेद रंग की एक कार खडी है. जिसमें कुछ लोग बैठे हुए थे. तभी सामने से आ रहे जावरे पिता-पुत्र की दुपहिया को कुछ लोगों ने गिराकर उनसे छीनाझपटी करनी शुरु की. इस समय उक्त महिला तुरंत ही इस वारदात की वीडियो शूटींग करने हेतु घर के भीतर जाकर अपना मोबाइल ले आयी. जिसकी ओर ध्यान जाते ही आरोपियों मेें से एक युवक ने उसकी तरफ देशी कट्टे का रुख करते हुए उसे धमकाया. जिससे डरकर उक्त महिला घर के भीतर चली गई. वहीं इस वारदात के बाद मौके से दो दुपहिया वाहनों पर सवार होकर भागने का प्रयास कर रहे 4 आरोपियों को वहां से गुजर रही एक युवती ने रोकने का प्रयास किया, तो उसे भी देशी कट्टे का धाक दिखाकर धमकाया गया. जिसके बाद चारों युवक मौके से भाग गये.

* प्रवीण जावरे की नाक पर लगे दो टांके
लूटपाट व छीनाझपटी की इस घटना में अज्ञात आरोपियों में से एक आरोपी द्वारा नाक पर पिस्तौल की बट मारे जाने से घायल हुए अरविंद जावरे को तुरंत ही इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उनकी नाक पर दो टाके लगे हुए है. वहीं अरविंद के पिता उत्तमराव जावरे इस घटना के चलते कुछ हद तक सदमे में है.

* डेढ किलो सोना व साढे तीन लाख की कैश बाल-बाल बचे
उल्लेखनीय है कि, प्रवीण जावरे ने आरोपियों द्वारा की जाती छीनाझपटी व मारपीट के बीच समयसूचकता दिखाते हुए अपनी जिस बैग को पास में ही रहने वाले बाहेकर के घर की वॉलकम्पाउंड के बीच फेक दिया था, उस बैग में करीब डेढ किलो सोने के आभूषण और लगभग साढे तीन लाख रुपए नगद रखे हुए थे. प्रवीण जावरे द्वारा दिखाई गई समय सूचकता के चलते यह बैग लूटे जाने से बाल-बाल बच गई और इस बैग में रखा पूरा सामान भी सुरक्षित रहा.

* इससे पहले भी जावरे की दुकान से दो बार हो चुकी लूटपाट
विशेष उल्लेखनीय है कि, इससे पहले भी वर्ष 2007 व 2014 में जावरे पिता-पुत्र की दुकान पर हमला करते हुए लूटपाट की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है. जिसमें करीब 10 लाख रुपए का माल लूटा गया था. वर्ष 2014 में हुई वारदात के आरोपी तो पकडे गये थे, जो राजस्थान के झाबू परिसर के निवासी थे. परंतु उन दोनों वारदातों में लूटा गया माल आज तक बरामद नहीं हो पाया है. वहीं अब वर्ष 2024 में एक बार फिर जावरे पिता-पुत्र हमले व लूटपाट की घटना का शिकार हुए है.

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