अमरावती-/दि.12 जिले में डेंग्यू की बीमारी के साथ-साथ स्क्रब टाईफस की बीमारी भी पांव फैला रही है और जिले में अब तक स्क्रब टाईफस के 30 मरीज पाये जा चुके है. वहीं 110 डेंग्यू पॉजीटीव मरीज भी मिल चुके है. बता दें कि, दो वर्ष पूर्व जिले में स्क्रब टाईफस के मरीज मिले थे. पश्चात इस बीमारी का संक्रमण रूक गया था. परंतु अब दो वर्ष बाद यह बीमारी दुबारा फैलनी शुरू हुई है. ऐसे में स्वास्थ्य महकमा बीमारी के खतरे से निपटने हेतु पूरी तरह से तैयार हो गया है. जिसके तहत विविध उपाय योजनाओं पर काम किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि, विगत ढाई वर्षों के दौरान स्वास्थ्य महकमा पूरा समय कोविड की संक्रामक महामारी से जूझता रहा. वहीं अब स्क्रब टाईफस नामक बीमारी का खतरा सामने है और इस बीमारी की चपेट में रहनेवाले मरीज शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में भी पाये जा रहे है. पता चला है कि, 1 अगस्त से 9 अक्तूबर के दौरान जिले में स्क्रब टाईफस के 30 मरीज पाये गये है. अमूमन बारिश के दिनों में डेंग्यू की बीमारी का संक्रमण देखा जाता है. ऐसे में इस वर्ष डेंग्यू के भी 110 पॉजीटीव मरीज पाये गये है.
ये है स्क्रब टाईफस के लक्षण
‘ओरिएन्शिया सुसुगामुशी’ नामक बैक्टेरिया की वजह से होनेवाली यह बीमारी बेहद गंभीर व प्राणघातक होती है और इस बीमारी के लक्षण बिल्कुल डेंग्यू की बीमारी की तरह होते है. इस बीमारी से संक्रमित मरीज में अचानक बूखार आने, आंखों के अगले हिस्से में तेज जलन होने, तीव्र सरदर्द, तंद्री, उदासिनता व स्नायू में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते है. ऐसे में इस तरह के लक्षण दिखाई देते ही तुरंत अपनी स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए.
जिले में अब तक स्क्रब टाईफस के 30 व डेंग्यू के 110 मरीज पाये जा चुके है. गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष डेंग्यू की बीमारी को रोकने में सफलता मिली है. परंतु गत वर्ष स्क्रब टाईफस का एक भी मरीज नहीं पाया गया था और इस वर्ष दो माह के भीतर स्क्रब टाईफस के 300 मरीज पाये गये है. यह अपने आप में चिंताजनक स्थिति है. जिससे निपटने के लिए आवश्यक उपाय किये जा रहे है.
– डॉ. शरद जोेगी
जिला मलेेरिया अधिकारी