कैपेसिटर लगाकर बचाई जा सकती है कृषि पंप की 30 फीसद बिजली खपत
मोटर पंप खराब होने और रोहित्र जलने का भी खतरा होता है कम
अमरावती /दि.22– ग्रामीण क्षेत्र में बार-बार बिजली गुल हो जाने के मामले घटित होते है. जिसके चलते हर बार बिजली आने के बाद किसानों को अपने खेतों में लगे कृषि पंप की मोटर शुरु करने के लिए मीटर के पास जाना पडता है, जो काफी तकलीफदेह रहने के चलते समय के लिहाज से काफी खर्चिला भी होता है. जिसके चलते अधिकांश किसान अपने मोटर पंप पर ऑटो स्वीच लगा देते है. लेकिन इसकी वजह से मोटर पंप के साथ रोहित्र यानि ट्रान्सफार्मर के जलने का खतरा होता है. वहीं कैपेसिटर लगाते हुए इस खतरे को टाला जा सकता है. साथ ही साथ 15 से 30 प्रतिशत तक बिजली की बचत भी की जा सकती है.
अक्सर विद्युतदाब के अचानक घटने या बढने की वजह से मोटर पंप जल जाता है और इसमें किसानों को काफी बडे आर्थिक नुकसान का सामना करना पडता है. साथ ही 3 में से कोई एक फेस भी डाउन रहने पर मोटर पंप शुरु नहीं होता. ऐसे समय कैपेसिटर रहने पर विद्युतदाब को नियंत्रित रखते हुए मोटर पंप को शुरु किया जा सकता है.
* क्या है ऑटो स्वीच के खतरे?
विद्युत आपूर्ति शुरु रहने के बाद ऑटो स्वीच की वजह से मोटर पंप तुरंत शुरु हो जाता है. इस समय विद्युतदाब के कम या अधिक रहने पर मोटर पंप जल भी सकता है. साथ ही जरुरत नहीं रहने पर भी मोटर पंप शुरु रहता है. इसकी वजह से बिजली व पानी का अपव्यय होने के साथ ही ट्रान्सफार्मर के जलने का भी खतरा होता है.
* ट्रान्सफार्मर बढने की घटनाएं बढी
किसी ट्रान्सफार्मर पर जितने मोटर पंपों का कनेक्शन होता है, ऑटो स्वीच की वजह से वे सभी मोटर पंप एक ही समय एक साथ शुरु हो जाते है. जिसकी वजह से ट्रान्सफार्मर पर अतिरिक्त दाब निर्माण हो जाता है और ट्रान्सफार्मर के जल जाने का खतरा बन जाता है. चूंकि इन दिनों अधिकांश किसानों द्वारा अपने खेतों में लगाए गए कृषि पंपों पर ऑटो स्वीच भी लगाए गये है. जिसकी वजह से इन दिनों ट्रान्सफार्मर के जल जाने की घटनाएं लगातार बढ रही है.
* कैपेसिटर लगाना सुविधाजनक के साथ ही फायदेमंद भी
कृषि पंप पर कैपेसिटर लगाए जाने पर मोटर पंप का विद्युतदाब व्यवस्थित रहता है और पंप का तापमान नियंत्रित रखने में मदद मिलती है. साथ ही कैपेसिटर के जरिए 15 से 30 प्रतिशत तक विद्युत बचत भी होती है. ऐसे में मोटर पंप का जीवनमान बढने और विद्युत खपत कम होने से पैसों की भी बचत होती है.
* ऑटो स्वीच लगाना गैरकानूनी, हो सकती है कार्रवाई
विद्युत संच के सेटअप में ऑटो स्वीच को अनुमति नहीं है, क्योंकि ऑटो स्वीच की वजह से संबंधित किसान सहित विद्युत वितरण कंपनी को भी काफी बडे नुकसान का सामना करना पडता है. जिसके चलते ऑटो स्वीच लगाने वाले किसानों पर दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है.
* यदि कैपेसिटर लगाया गया है, तो विद्युतदाब के अनियंत्रित रहने पर भी मोटर का नुकसान नहीं होता और ट्रान्सफार्मर भी नहीं जलता. इसके अलावा बिजली और पानी की भी बचत होती है.
– सुनिल शिंदे,
अधिक्षक, अभियंता, महावितरण