अमरावती/दि.26 – कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिले में अब तक कडा लॉकडाउन लागू था. जिसके चलते बीते पंद्रह दिनों से फसल मंडियां भी बंद थी और चने की खरीदी रूकी पडी थी. वहीं अब लॉकडाउन को शिथिल किये जाने के बाद नाफेड द्वारा खरीदी बंद कर दी गई है. ऐसे में किसानों के घर पर करीब 30 हजार क्विंटल चना पडा हुआ है और चने की अब तक बिक्री नहीं हो पाने की वजह से खरीफ फसलों की बुआई के लिए पैसा कहां से लाया जाये, इस सवाल से जिले के किसान जूझ रहे है.
बता दें कि, जिले में इससे पहले दो सप्ताह का कडा लॉकडाउन था. इस दौरान सभी सरकारी कार्यालय पूरी तरह से बंद थे. जिसके तहत फसल मंडियों को भी बंद रखा गया था. पश्चात विगत 23 मई से लॉकडाउन को अंशत: शिथिल करते हुए फसल मंडियों को अपना काम शुरू करने की अनुमति दी गई. ऐसे में किसानों ने अपने चने की बिक्री हेतु ऑनलाईन पंजीयन किया. किंतु अब नाफेड द्वारा खरीदी बंद कर दी गई है. जिससे किसानों का चना उनके ही घर में पडा हुआ है. वहीं दूसरी ओर खरीफ की बुआई का सीझन शुरू होने में अब कुछ ही दिनों का समय शेष है. ऐसे में किसानों द्वारा जल्द से जल्द चने की खरीदी शुरू किये जाने की मांग सरकार से की जा रही है. इस संदर्भ में विधायक प्रताप अडसड द्वारा राज्य सरकार को पत्र भी लिखा गया है.