मोर्शी-दि. 27 कोरोना महामारी के चलते पिछले दो सालों से गणेशोत्सव सादगी के साथ मनाया जा रहा था. किंतु अब इस साल कोरोना महामारी के नियंत्रण में आने के पश्चात व शासन द्बारा सभी पाबंदिया हटा लिए जाने के पश्चात गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा. नौनिहाल से लेकर बुजुर्गो तक आकर्षण का केन्द्र रहनेवाले गणेशोत्सव की शुरूआत 31 अगस्त से होने जा रही है. जिसमें मूर्तियों को साकाराने का 90 फीसदी काम पूर्ण हो चुका है. कलाकारों द्बारा अब मूर्तियों को कलर देने का काम किया जा रहा है.
पिछले दो सालों में कोरोना महामारी की पार्श्वभ्ाूमि पर लगाये गये प्रतिबंधों के चलते मूर्तिकारों को बडे प्रमाण में नुकसान हुआ था. वही इस साल रंग व अन्य कच्चे माल के दाम बढने से मूर्तियों का खर्च भी बढा है, ऐसा शहर के मूर्तिकार बाल्या डहाने ने बताया. इस साल दगडू सेठ हलवाई पुणे, लालबाग का राजा मुंबई की प्रतिकृति मूर्तियां बडे प्रमाण में बिक्री के लिए उपलब्ध है. उसी प्रकार फेटाधारी, पेश्वाकालीन पगडीधारी गणेशमूर्तियां भी तैयार की गई है. गणेशोत्सव को केवल 4 दिन शेष है. 90 फिसदी मूर्तियों का काम पूर्ण हो चुका है. 10 फीसदी मूर्तियों को फायनल टच देने का काम किया जा रहा है. इस साल गणेशोत्सव पर किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं रहने की सूचना राज्य सरकार द्बारा दिए जाने के पश्चात गणेशोत्सव मंडलों के पदाधिकारियों सहित नागरिकों में उत्साह का वातावरण दिखाई दे रहा है.