* 6.71 लाख हेक्टयर क्षेत्र अतिवृष्टि से बाधित
अमरावती/दि.27– पिछले एक सप्ताह में अमरावती विभाग के पांचों जिलों में मूसलाधार बारिश और अतिवृष्टि हुई है. पांचों के 190 राजस्व मंडल में नैसर्गिक आपदा से अब तक 31 लोगों की मृत्यु हुई है. 19 गांवों में रेस्क्यू किया गया है और साढे नउ हजार नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
विभागीय आयुक्त कार्यालय के नैसर्गिक आपदा विभाग व्दारा दी गई जानकारी के मुताबिक 21 और 22 जुलाई को संभाग के पांचों जिलोें में मूसलाधार बारिश हुई थी. इस बारिश के कारण नदी-नालों में बाढ आ गई थी और अनेक गांवों में बाढ का पानी घुस गया था. खेतों में भी जलजमाव होने से किसानों का भारी नुकसान हो गया. पूरे एक सप्ताह तक चली इस बारिश के कारण अमरावती जिले में 44 हजार 874 हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान हुआ. इसी तरह अकोला जिले में 1 लाख 42 हजार 782 हेक्टेयर, यवतमाल जिले में 2 लाख 18 हजार हेक्टेयर, वाशिम जिले में 47 हजार 643 और बुलढाणा जिले में 1 लाख 64 हजार 677 हेक्टेयर क्षेत्र बाधित हुए हैं. इनमें से 22 हजार 403 हेक्टेयर क्षेत्र में खेतों की मिट्टी और फसल बह गई है. मूसलाधार बारिश और अतिवृष्टि के कारण नदी-नालों में आई बाढ से 118 पुल और 72 छोटी-बडी सडकों को नुकसान हुआ है.
* यवतमाल जिले में भारी नुकसान
पिछले एक सप्ताह में संभाग में हुई मूसलाधार बारिश और अतिवृष्टि के कारण यवतमाल जिले में भारी नुकसान हुआ है. बारिश के कारण यवतमाल जिले की 10 तहसील बाधित हुई है. इसके अलावा अकोला जिले में 5 और बुलढाणा जिले में 4 तहसीलों में नुकसान हुआ है. तीनों जिले के करीबन 552 नागरिकों को बचाव दल ने रेस्क्यू कर सकुशल बाहर निकाला. जिसमें यवतमाल जिले के 290, बुलढाणा जिले के 232 और अकोला जिले के 32 लोगों का समावेश है. बाढ की चपेट में, बारिश के कारण दीवार ढहकर मलबे में दबने और गाज गिरने से अब तक 31 लोगों की मृत्यु हुई है.