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औसतन हर सात घंटे में हो रही एक मौत
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रोजाना औसतन 326 लोग हो रहे संक्रमित
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जिले में दोबारा फुट सकता है कोरोना बम
अमरावती/दि.14 – बीते 100 दिनों के दौरान कोविड संक्रमण की स्थिति बेहद भयानक रही है. इस दौरान करीब 315 मरीजों की मौत हुई है. वहीं 32 हजार 610 नये कोविड संक्रमित मरीज पाये गये है. यानी प्रत्येक सात से आठ घंटे में एक और हर दिन तीन मरीजों की मौत होने का औसत है. साथ ही हर घंटे में 14 तथा रोजाना 326 कोविड पॉजीटीव मरीज औसतन पाये जा रहे है.
बता दें कि, विगत 1 जनवरी तक अमरावती जिले में 19 हजार 778 कोविड संक्रमित मरीज पाये गये थे और 396 संक्रमितों की मौत हो चुकी थी. इसके पश्चात अगले 100 दिनों के दौरान यानी 11 अप्रैल तक मृतकों की संख्या 711 तथा संक्रमितों की संख्या 52 हजार 358 पर जा पहुंची. यानी इन 100 दिनों के दौरान जहां एक ओर 32 हजार 610 नये संक्रमित मरीज पाये गये, वहीं 315 कोविड संक्रमितों की इस दौरान मौत हुई.
उल्लेखनीय है कि, अमरावती जिले में विगत वर्ष सितंबर माह के दौरान कोविड संक्रमण को लेकर हालात विस्फोटक हुए थे. पश्चात अक्तूबर व नवंबर माह के आते-आते संक्रमितों की संख्या में कमी आनी शुरू हुई. किंतु जनवरी माह के अंत से एक बार फिर कोविड संक्रमितों की संख्या में इजाफा होता देखा गया तथा फरवरी व मार्च माह के दौरान हालात पहले से भी कई गुना अधिक विस्फोटक हो गये और यह सिलसिला अब भी जारी है. कहा जा रहा है कि, अमरावती जिले में कोविड वायरस का डबल वेरियंट म्युटंट सक्रिय हो चुका है. जिसकी वजह से कोविड संक्रमण की रफ्तार काफी तेज हो गयी है. इस दौरान जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर तथा जिलाधीश शैलेश नवाल ने 22 फरवरी से अमरावती व अचलपुर जिले में लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया. जिसकी वजह से कोविड संक्रमण की स्थिति कुछ हद तक नियंत्रित भी हुई. पश्चात केंद्र व राज्य सरकार के स्वास्थ्य पथकों ने तीन बार अमरावती जिले का दौरा भी किया.
फरवरी व मार्च माह के दौरान अमरावती जिले में कोविड पॉजीटिविटी रेट 40 फीसदी के आसपास था, जो अब घटकर 15 से 18 प्रतिशत तक आ गया है. जिला एवं मनपा प्रशासन द्वारा की जानेवाली दंडात्मक कार्रवाई तथा थ्रोट स्वैब संकलन केंद्र एवं कोविड टेस्ट की संख्या बढाये जाने के चलते अब हालात कुछ हद तक नियंत्रित देखे जा रहे है.
कुछ सैम्पलों में पाया गया डबल वेरियंट म्युटंट
जिले में कोविड का संक्रमण अचानक बढने के बाद यहां से चार तरह के 100 सैम्पलों को जिनोम स्टडी के लिए पुणे भेजा गया. जिसमें बी-1.617 नामक एक नया स्ट्रेन पाया गया. इसके साथ ही 76 फीसदी मरीजों के सैम्पल में डबल वेरियंट म्युटंट भी पाया गया है. सर्वाधिक उल्लेखनीय यह है कि, यह स्ट्रेन केवल अमरावती जिले में ही पाये जाने की जानकारी है. जिसकी वजह से जिले में अचानक संक्रमण की रफ्तार बढी है. ऐसा निष्कर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा निकाला गया है.
विदेशी नहीं है नया स्ट्रेन
पता चला है कि जिले में पाया गया नया स्ट्रेन विदेशी नहीं है, बल्कि यहीं पर विकसित हुआ है. अमूमन एक व्यक्ति में दो म्युटंट नहीं पाये जाते, बल्कि अलग-अलग मरीजों में अलग-अलग म्युटंट पाये जाते है. किंतु अमरावती जिले में दो म्युटंट एक ही मरीज में पाये जाने की जानकारी पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु प्रयोगशाला द्वारा की गई जांच में सामने आयी है.
फिर विस्फोटक हो सकते है हालात
नये स्ट्रेन की वजह से अमरावती जिले में कोविड संक्रमण को लेकर हालात एक बार फिर विस्फोटक हो सकते है. ऐसी आशंका जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा व्यक्त की गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि, इससे बचने के लिए सभी नागरिकों ने मास्क व सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का पालन करना चाहिए. साथ ही दिनभर के दौरान बार-बार हाथ भी धोने चाहिए. इसके अलावा सभी लोगोें ने कोविड वैक्सीन का टीका भी लगवाना चाहिए और कोविड संक्रमण के लक्षण दिखाई देते ही तुरंत अपनी स्वास्थ्य जांच भी करवानी चाहिए. तभी इस बीमारी को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकेगा.