* चांदूर बाजार में प्रहार का आयोजन
* सडक हादसे में गई थी दोनों युवा कार्यकर्ताओं की जान
चांदूर बाजार/दि.10– स्थानीय आनंद सभागार में प्रहार ने पहली बार रक्तदान कर अपने सेवाकार्यों का प्रारंभ किया था. आज हजारों मरीजों के प्राण बचाने के लिए प्रत्येक कार्यकर्ता की कोशिशों को देखा है. सैकडों रक्तदान शिविर आयोजित किये. ऐसे कार्यकर्ताओं की स्मृति में रक्तदान शिविर लेना वेदनादायी है. प्रहार और उनकी सेवा की विरासत सहेजते हुए यह कार्य निरंतर जारी रहेंगे. यह प्रतिपादन अत्यंत भावना प्रधान होते हुए प्रहार के संस्थापक अध्यक्ष बच्चू कडू ने आज किया.
प्रहार विद्यार्थी संगठन द्वारा ऋषभ गावंडे और सोपान कोरडे की पावन स्मृति में आज भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. इस समय बच्चू कडू बोल रहे थे. 316 कार्यकर्ताओं ने स्वयंस्फूर्ति से रक्तदान कर गावंडे और कोरडे के प्रति स्नेह व आदर व्यक्त किया. श्रद्धांजलि अर्पित की.
कडू के हस्ते दोनों कार्यकर्ताओं की तस्वीरों को माल्यार्पण किया गया. इस समय उपस्थित अधिकांश के नेत्र सजल हो गये थे. कडू ने कहा कि, प्रहार किसी नेता का दल नहीं है. कार्यकर्ताओं का दल है. प्रहार का कार्यकर्ता जब तक सेवा का परचम लेकर किसानों, कामगारों, दिव्यांगों के लिए काम करता रहेगा. बच्चू कडू उतनी ही ताकत से उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगा. कडू ने कहा कि, चुनाव जीते क्या और हारे क्या. हमें फर्क नहीं पडता. हमारे कार्यकर्ताओं को फर्क नहीं पडता. कुछ नहीं था तब भी हम जनता के काम प्राथमिकता से करते थे. आगे भी करते रहेंगे. बडनेरा की संत गाडगे बाबा ब्लड बैंक ने रक्त संकलन किया. असंख्य कार्यकर्ता और नागरिक इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित थे.
* रो पडे बच्चू कडू
बच्चू कडू आक्रमक राजनेता के रुप में जाने जाते हैं. किंतु आज के शिविर में संबोधन के समय और दोनों ही युवा कार्यकर्ताओं की तस्वीरों को हार पहनाते हुए वे फफक-फफककर रो पडे. मौजूद कार्यकर्ताओं की भी रुलाई फूट पडी थी.
* 27 की रक्ततुला
प्रहार संगठन का रक्तदान के मामले में अनूठा कीर्तिमान है. अब तक बच्चू कडू सहित अन्ना हजारे, गोरा खैरनार, शहीदों की माताएं, शहीदों की पत्नियों की रक्ततुला प्रहार संगठन ने की है. प्रहार कार्यकर्ताओं ने बताया कि, बडे शिविर लेकर 27 विभुतियों की रक्ततुला सफल की है.