अमरावती

रापनि की 328 ईटीआयएम टिकट मशीन खराब

दुरूस्ती के लिए पैसों की किल्लत

  • केवल 670 मशीनों से चल रहा काम

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२९ – राज्य परिवहन महामंडल ने आधुनिकता की ओर कदम बढाते हुए किसी समय रापनि बसों में टिकट ट्रे का प्रयोग बंद किया था और ईटीआयएम नामक इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन का प्रयोग करना शुरू किया था. जिसके लिए रापनि के अमरावती विभाग को 998 ईटीआयएम उपलब्ध करायी गई थी. किंतु इसमें से अब 328 मशीने नादुरूस्त पडी है. वहीं शेष 670 मशीनों में भी कई तरह की खामियां है. जिसके चलते रापनि वाहकों को टिकट जारी करने संबंधी कामों में कई तरह की समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. वहीं दूसरी ओर खराब व नादुरूस्त मशीनों को सुधारने व नई मशीन लेने के लिए रापनि के पास आवश्यक निधी नहीं है. जिसकी वजह से यह समस्या जस की तस बनी हुई है.
बता दें कि, कई ईटीआयएम मशीन खराब रहने के बावजूद रापनि द्वारा टिकट ट्रे का प्रयोग नहीं किये जाने को लेकर स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किये गये है. साथ ही अब पहले की तरह कागजोंवाली टिकटों की छपाई भी लगभग बंद ही पडी है. ऐसे में यात्रा के दौरान ईटीआयएम में किसी भी तरह की कोई खराबी आने पर वाहक को टिकट जारी करने में कई तरह की दिक्कतें पेश आती है. जानकारी के मुताबिक इन तीनों मशीन के अचानक बंद पड जाने, मशीन की चार्जींग उतर जाने और मशीन के डिस्प्ले पर अक्षर बराबर नहीं दिखने की समस्याएं काफी बढ गई है. ऐसे में ऐन यात्रा के समय उत्पन्न होनेवाली इन समस्याओं के चलते वाहकोें को टिकट जारी करने में अच्छीखासी दिक्कतें होती है. क्योंकि यदि यात्रियों को सही टिकट जारी नहीं किया जाता, तो खुद रापनि के उडन दस्तों द्वारा बस वाहक के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. ऐसे में बस वाहकोें को दोनों ओर से समस्याओं का सामना करना पडता है.

रापनि के स्थानीय विभाग के पास कुल 998 ईटीआयएम मशीन है. जिसमें से 670 मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है. वहीं 328 मशीने नादुरूस्त रहने के चलते उन्हें प्रयोग से बाहर कर दिया गया है. लेकिन टिकट के लिए पहले की तरह ट्रे का प्रयोग जिले के किसी भी डिपो में नहीं किया जा रहा. चूंकि इस समय बस की फेरियों की संख्या काफी कम है. ऐसे में मशीनों की किल्लत महसूस नहीं हो रही. लेकिन जैसे ही सभी रूटों पर पहले की तरह तमाम फेरियां शुरू की जायेगी, तो उस समय अतिरिक्त ईटीआयएम की जरूरत पडेगी.
– श्रीकांत गभणे
विभाग नियंत्रक

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