मेलघाट से रेफर हुए 33 बच्चों की इलाज के दौरान मौत
10 माह में इलाज हेतु डफरीन रेफर हुए 330 माताएं व 129 बच्चे
अमरावती/दि.22 – मेलघाट में स्वास्थ्य की अपर्याप्त व अधूरी सुविधाओं के चलते गंभीर स्थिति में रहने वाली गर्भवति व नवप्रसूता महिलाओं तथा 0 से 1 माह की आयु वाले बच्चों को इलाज के लिए जिला स्त्री अस्पताल में भर्ती कराया जाता है. विगत 10 माह के दौरान मेलघाट से डफरीन में 330 महिलाओं व 129 नवजात बच्चों की गंभीर स्थिति रहने के चलते डफरीन अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसमें से 33 बच्चों व एक नवप्रसूता महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई. साथ ही गंभीर स्थिति में रहने वाली 14 गर्भवति महिलाओं ने मृत बच्चों को जन्म दिया.
बता दें कि, अमरावती शहर में स्थित डफरीन अस्पताल जिले के अन्य सभी अस्पतालों का रेफर सेंटर है. ग्रामीण क्षेत्र में अपर्याप्त सुविधाओं की वजह से गर्भवती व नवप्रसूता महिलाओं तथा गंभीर स्थिति में रहने वाले नवजात बच्चों को इलाज के लिए डफरीन अस्पताल में रेफर किया जाता है. जिसमें सर्वाधिक रेफर होने का प्रमाण मेलघाट मेें होने वाली बाल मौते समूचे देश में चर्चा का विषय है. ऐसे में बाल मौतों को रोकने हेतु सरकार के आदेशानुसार स्वास्थ्य प्रशासन द्बारा कई उपाय योजनाएं चलाई जाती है. परंतु आज भी मेलघाट में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहद कम है. जिसके चलते महिलाओं व बच्चों को डफरीन अस्पताल में रेफर किया जाता है. 1 अप्रैल 2022 से 31 जनवरी 2023 तक 10 माह की कालावधि के दौरान मेलघाट से 234 गर्भवती महिलाओं, 96 नवप्रसूता महिलाओं तथा 0 से 1 माह की आयु वाले 129 बच्चों को डफरीन अस्पताल में रेफर किया गया था.
* 14 गर्भस्थ शिशु पैदा हुए मृत
मेलघाट की 234 गर्भवती महिलाओं की गंभीर स्थिति रहने के चलते डफरीन अस्पताल में भर्ती किया गया. जिसमें से 14 गर्भवती महिलाओं के गभर्र्स्थ शिशुओं को बचाया नहीं जा सका और इन महिलाओं ने मृत बच्चों को जन्म दिया.
* स्वास्थ्य मंत्री व विशेष मॉडल कहा है
माता मृत्यु व बाल मृत्यु रोकने हेतु मेलघाट को विशेष तौर पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा मेलघाट में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करने हेतु विशेष मॉडल चलाने की बात राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने अपने मेलघाट दौरे के समय कहीं थी. साथ ही 15 दिन के भीतर इस विशेष मॉडल को कार्यान्वित करने का आश्वासन दिया था. परंतु इस बात को अब करीब 3 माह का समय बीत चुका है. लेकिन मेलघाट अब भी स्वास्थ्य मंत्री के विशेष मॉडल की प्रतिक्षा कर रहा है.
* नागपुर रेफर हुए 4 बच्चों की मौत
मेलघाट से डफरीन अस्पताल में भेजे गए कुछ गंभीर स्थिति वाले मरीजों को यहां से नागपुर रेफर किया गया था. जिसमें 33 गर्भवती महिलाओं, 13 नवप्रसूता महिलाओं तथा 0 से 1 माह की आयु वाले 22 बच्चों का समावेश था. इसमें से 4 बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं 12 बच्चों की तबियत ठीक हो जाने के चलते उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज दिया गया. इसके अलावा 6 बच्चों के परिजनों से संपर्क नहीं हो पाने की बात डफरीन अस्पताल प्रशासन द्बारा कहीं गई.
मेलघाट से रेफर किए जाने वाले प्रत्येक बच्चे और महिला का स्वास्थ्य बेहद गंभीर स्थिति तक पहुंच चुका होता है. ऐसे में उनकी जान बचाने के लिए अस्पताल के डॉक्टरों द्बारा तमाम आवश्यक प्रयास किए जाते है. साथ ही यदि हमारे पास सुविधाएं कम पडती है, तो हम ऐसे मरीजों को तुरंत नागपुर रेफर कर देते है. साथ ही नागपुर रेफर किए गए मरीजों के परिजनों से हमारा संपर्क बना रहता है.
– डॉ. विद्या वाठोडकर,
वैद्यकीय अधीक्षक, डफरीन हॉस्पिटल