सालभर में 33 मातामृत्यु
अमरावती/दि.7– यद्यपि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुरक्षित प्रसूति पर अपना ध्यान केंद्रीत किया गया है. लेकिन इसके बावजूद भी कई बार प्रसूति के समय मातामृत्यु होने की घटनाएं घटित होती है. अकेले अमरावती जिले में ही विगत एक वर्ष के दौरान करीब 33 गर्भवती महिलाओं की मौत हुई है. माता व बालमृत्यु रोकने हेतु जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, इलाज व संदर्भ सेवा नि:शुल्क उपलब्ध है.
* क्या है मातामृत्यु की वजहे?
– एनिमिया
शरीर में रक्त का प्रमाण हमेशा ही कम रहने की वजह से शरीर में हिमोग्लोबिन का स्तर काफी घट जाता है.
– उच्च रक्तदाब
प्रसूति के दौरान कम अथवा अधिक उच्च रक्तदाब का परिणाम हो सकता है.
– लापरवाही
गर्भधारणा से लेकर प्रसूति तक कई स्वास्थ्य जांच बेहद महत्वपूर्ण होती है. जिसके तहत रक्त, रक्तदाब, मधुमेह एवं वजन की जांच करना बेहद आवश्यक होता है.
* किस माह में कितनी मातामृत्यु?
जनवरी 01
फरवरी 01
मार्च 02
अप्रैल 01
मई 02
जून 02
जुलाई 05
अगस्त 02
सितंबर 02
अक्तूबर 08
नवंबर 03
दिसंबर 04
* मातामृत्यु कम हो इस हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा तमाम आवश्यक प्रयास किये जा रहे है. मातामृत्यु को रोकने हेतु गर्भवती महिलाओं का जल्द से जल्द पंजीयन होना आवश्यक है. पंजीयन के बाद ही संबंधित महिला की जांच कर सभी आवश्यक स्वास्थ्य संबंधित पडताल एवं इलाज की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाई जाती है.
– डॉ. सुरेश आसोले,
जिला स्वास्थ्य अधिकारी,
अमरावती जिप.