छोटे मोटे झगडे में 3312 महिलाओं ने मांगी सहायता
पुलिस के 112 पर 180 दिनों में कॉल
* 7.38 मिनट में मिली खाकी की तत्पर मदद
अमरावती/दि.28-महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस न केवल सजग है, अपितु तत्पर भी है. पुलिस की सहायता हेल्पलाइन 112 पर इस वर्ष जनवरी के आज तक 180 दिनों में 3312 पीडित महिलाओं ने कॉल किए और सहायता की गुहार लगाई. पुलिस की टीम तत्परता से सहायता हेतु पहुंची. गंभीर मामलों में एफआईआर दर्ज कर महिला सुरक्षा को वरियता देने की कोशिश शहर पुलिस ने की है. अमरावती मंडल को उपरोक्त जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि, सर्वाधिक 1771 मामले महिलाओं की प्रताडना अर्थात हैरेसमेंट के हैं.
* महिला सुरक्षा को प्राधान्य
सरकार के किसी भी विभाग में महिलाओं को वरियता देने की नीति अपनाई गई है. टैक्स के मामलों में भी महिलाओं को रियायत प्राप्त है. ऐसे में खाकी ने तो महिला सुरक्षा का प्राधान्य का बीडा उठा रखा है. बावजूद इसके विविध क्षेत्र और भागों में महिलाओं का उत्पीडन होता है. पुलिस को प्राप्त कॉल के आंकडों से स्पष्ट है कि, रोज औसतन 18-19 महिलाएं प्रताडना की शिकार हुई है. इसलिए उन्होंने सीधे पुलिस के सहायता नंबर पर संपर्क किया. खाकी ने तत्परता बरती. औसतन 7.38 मिनट में पुलिस ऑनस्पॉट पहुंची और महिला की शिकायत पर कार्रवाई हेतु कदम उठाए गए.
* घरेलू मामलात भी काफी
हैरेसमेंट के लगभग 1800 कॉल पुलिस को प्राप्त हुए. इसके बाद लगभग 1500 प्रकरणों में महिलाओं ने घरेलू मसला होने पर भी पुलिस की सहायता के लिए 112 नंबर घुमा दिया था. पुलिस ने बताया कि, ऐसे 1491 प्रकरण रहे, जिनमें छोटे मोटे झगडों में सीधे पुलिस को कॉल की गई, जबकि महिलाओं के यह प्रकरण उनके पति अथवा सास अथवा ननद या भाई-बहन या सहेली से झगडे से संबंधित रहे. फिरभी पुलिस ने फौरन एक्शन लिया.
* महिला हेतु दामिनी पथक
सीपी रेड्डी के मार्गदर्शन में शहर पुलिस ने महिलाओं की सहायतार्थ न केवल दामिनी पथक स्थापित किए है. उसी प्रकार 112 की टीम में भी महिला कर्मियों की खासतौर से नियुक्ति की गई हैं. जिससे महिलाएं खुलकर अपनी शिकायत महिला कर्मियों से कर सकती है. इस वजह से भी पुलिस को रोज अमूमन 20 कॉल आए.
* 11 मामले अत्याचार के
महिलाओं से अनेक प्रकार से छल किया जाता है. विवाह का प्रलोभन देकर शोषण, अत्याचार उसमें प्रमुख है. 112 पर ऐसे 11 प्रकरण की कॉल मिली थी. लगभग सभी प्रकरणों में अपराध दर्ज कर आरोपियों पर एक्शन लिया गया है. उसी प्रकार गंदे इरादों से महिलाओं को घूरना और उनका पीछा करना के कुल 22 केसेस रहने की जानकारी देते हुए अधिकृत सूत्रों ने बताया कि, 17 शिकायतें महिलाओं से छेडछाड की प्राप्त हुई. पुलिस ने दावा किया कि, सभी मामलों में तीव्रता से एक्शन लिया गया.