जिले में 187 शालाओं की 332 कक्षाओं के कमरे तोडे जाएंगे
शाला इमारतों के जर्जर हो जाने के चलते लिया गया निर्णय
पहले चरण में 71 कक्षाओं को तोडने की दी गई अनुमति
अमरावती/दि.16 – इस समय एक ओर तो बडे जोरशोर के साथ सर्व शिक्षा अभियान का प्रचार चल रहा है. वहीं दूसरी ओर विद्यार्थियों को पढाई-लिखाई हेतु बैठने के लिए कक्षाओं के सुरक्षित कमरे भी नहीं रहने की स्थिति है. अमरावती जिले की सभी 14 तहसीलों में स्थित 1579 शालाओं में से 187 शालाओं की इमारतों में 332 कक्षाओं के कमरे जर्जर व खस्ताहाल हो चुके है. जिसके चलते इन इमारतों का निरिक्षक करने के बाद जर्जर व खस्ताहाल हो चुके कमरों को गिराने की कार्रवाई की जाने वाली है. इसके पहले चरण में 71 कमरों को तोडने की अनुमति दी जा चुकी है. वहीं 116 कमरों को गिराने के बारे में आवश्यक पडताल की जा रही है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, इन कक्षाओं में पढने वाले विद्यार्थियों के लिए पर्यायी व्यवस्था की गई है. ताकि विद्यार्थियों के साथ किसी तरह का कोई हादसा घटित ना हो, वहीं नई कक्षाओं के निर्माण हेतु जिला नियोजन समिति द्बारा 1.10 करोड रुपए दिए जाने वाले है. परंतु इसके लिए सरकार से निधि व मंजूरी मिलने की प्रतिक्षा की जा रही है.
* किस तहसील में कितनी कक्षाएं टूटेगी
तहसील कक्षाएं
अचलपुर 26
अमरावती 20
अंजनगांव सुर्जी 34
भातकुली 10
चांदूर बाजार 26
चिखलदरा 11
चांदूर रेल्वे 12
दर्यापुर 46
धारणी 41
धामणगांव 14
मोर्शी 15
नांदगांव खंडे. 27
तिवसा 03
वरुड 46
कुल 332
* ऐसी रहेगी पर्यायी व्यवस्था
– कुछ शालाओं में 4 शिक्षक व 6 कमरे रहेंगे. जिसमें से यदि 2 कमरे खतरनाक स्थिति में नहीं है, तो वहां पर 2 कक्षाएं चलाई जाएगी. वहीं शेष कक्षाएं अन्य स्थानों पर चलेगी.
– जो कमरे जर्जर व खतरनाक नहीं है, उन्हें आवश्यक दुरुस्ती करते हुए कक्षा चलाने के काम में लाया जाएगा.
– किसी भी शाला के 6 में से 4 कमरे शिकस्त रहने पर शाला समिति के निर्णयानुसार पर्यायी व्यवस्था की जाएगी.
– समाज भवन व ग्रामपंचायत में यदि कुछ कमरे रिक्त है, तो वहां पर अनुमति के अनुसार कक्षाएं चलाई जाएगी.
– कुछ शालाओं में सुरक्षित कक्षाए कम रहने पर और शिक्षकों व विद्यार्थियों की संख्या अधिक रहने पर सुबह व दोपहर ऐसे 2 सत्रों में कक्षाएं चलाई जाएगी.
* 35 से 40 वर्ष पुराने हो गए है कमरे
अधिकांश शालाओं की इमारते 35 से 40 वर्ष पहले बनाई गई थी. जिसकी वजह से इन शालाओं के 332 कमरे जर्जर व खस्ताहाल होकर खतरनाक स्थिति में पहुंच गए है. जिन्हें गिराकर उसी स्थान पर नये कमरे बनाने की कार्रवाई की जाएगी. प्रशासकीय कार्रवाई पूर्ण होने के बाद इन कक्षाओं के कमरों को गिराने की कार्रवाई प्रारंभ होगी, ऐसी जानकारी शिक्षा विभाग द्बारा दी गई है.
* उपलब्ध निधि के अनुसार होगा निर्माण
जिन शालाओं के कमरे बेहद जर्जर व खतरनाक है. उनकी जल्द से जल्द आवश्यक दुरुस्ती की जाएगी. साथ ही निधि की उपलब्धता के अनुसार निर्माण किया जाएगा. वहीं इससे पहले विद्यार्थियों के बैठने हेतु पर्यायी व्यवस्था भी की जाएगी.
– सागर संगई,
अभियंता, सर्व शिक्षा अभियान