अमरावती

पशु व कुक्कुट पालन के लिए 34 हजार आवेदन

पशुसंवर्धन विभाग के माध्यम से वितरण

अमरावती /दि.4– जिला पशु संवर्धन विभाग द्बारा विभिन्न योजनाएं चलाई जाती है. इसी श्रृंखला में पशु व कुक्कुट पालन व्यवसाय करने वाले किसानों को 75 फीसदी अनुदान मिलता है. लेकिन इस वर्ष तय कोटे से दुगनी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए है. इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए 34 हजार लोगों ने आवेदन कर रखा है. ऐसी जानकारी जिला पशु विभाग ने दी. आवेदनों की बढती संख्या के कारण लाभार्थी चयन प्रक्रिया में देरी हो रही है.
किसानों को खेती पूरक व्यवसाय करते आये इसलिए पशु संवर्धन विभाग के माध्यम से राज्यस्तरीय व जिला स्तरीय वैक्तिक योजनाएं चलाई जाती है. जिसके तहत किसानों को दुधारु पशु, बकरी तथा तलंगा मूर्गियों का वितरण किया जाता है. अब तक अनुसूचित जाती संवर्ग के 80 लाभार्थियों को 371 दुधारु पशु, ओपन अनुसूचित जमाति के 59 लाभार्थियों का चयन किया गया है. इसी प्रकार 1 हजार मूर्गियों के लिए ओपन कैटीगिरी के 37 तथा अनुसूचित जाती संवर्ग के 22 लाभार्थियों का चयन किया गया है.

* इन लाभार्थियों को लाभ
जिलास्तर पर विशेष गुट योजना से 156 बकरियां व 156 गाय का वितरण किया गया. कुक्कुट पालन के लिए सर्वसाधारण गुट से 833 तथा आदिवासी क्षेत्र के 5 हजार लाभार्थियों का चयन किया गया. राज्यस्तरीय योजना से ओपन कैटेगिरी के 291 लाभार्थियों को लाभ दिया गया है.

* 63 हजार का अनुदान
पशुपालन योजना के पात्र लाभार्थी को पशु विभाग द्बारा 75 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है. जिससे 2 गाय या भैस की खरीदी करती आती है. उसके लिए 63 हजार 696 रुपए का अनुदान पशु संवर्धन विभाग द्बारा मिलता है. लाभाथिर्र्योंको 21 हजार 236 रुपए अपने हिस्से से भरने पडते है. इसके साथ ही बकरी पालन के लिए 58 हजार 673 रुपए अनुदान मिलता है. इसमें लाभार्थियों को अपने हिस्से के 19 हजार 558 रुपए भरने पडते है. वहीं मूर्गियों के लिए प्रत्येक संवर्ग को 3 हजार रुपए अनुदान दिया जाता है. इस योजना का लाभ लेने वालों की संख्या सर्वाधिक है.

* ऐसा मिला लाभ
पशु व कुक्कुट पालन योजना अंतर्गत अनुसूचित जाती के लाभार्थियों को 236 गाय, नाविन्यपूर्ण योजना के माध्यम से 1 हजार 124 व आदिवासी क्षेत्र में 522 मूर्गियों का वितरण किया गया. अनुसूचित जाती के 22 लाभार्थियों समेत ओपन कैटेगिरी के लाभार्थियों के लिए 1 हजार मूर्गियों का चयन कुक्कुट पालन के लिए किया गया है.

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