कालाजत्था शिविर की ३५ वर्ष की परंपरा
विविध कला क्रीडा सहित शिविरार्थियों को बौध्दिक मार्गदर्शन
* संगणक के ज्ञान के कारण मानवी जीवन की क्रांति- प्रा. कल्याणी गावंडे
दर्यापुर/ दि. ४-स्थानीय रत्नाबाई राठी विद्यालय में शुरू रहनेवाली विगत ३५ वर्ष की परंपरा में ग्रीष्मकालीन कलाजत्था इस विशेष शिविर की सुबह के सत्र में श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के अभियांत्रिकी व तकनीकी महाविद्यालय बाभूलगांव -अकोला में संगणक विभाग की प्राध्यापिका कल्याणी राजाभाउ गावंडे ने कम्प्यूटर में अपने जीवन के कार्य इस विषय पर अपनी ओजस्वी वाणी में मौलिक विचार रखकर उपस्थित १५० विद्यार्थियों को राहत पहुुंचाई. कम्प्यूटर के ज्ञान के कारण मानव जीवन की क्रांति साधी गई. यह ज्ञान उन्नति कार्य के लिए उपयोग में लाने की आवश्यकता होने का बताया. इस कार्यशाला में कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्यालय के मुख्याध्यापक हेमंत शेंडे, शाला के पर्यवेक्षक हेमंत रेचे, प्रा. गजानन भारसाकले, शरद कला, क्रीडा व सांस्कृतिक मंडल पुणे इस संस्था के विदर्भ प्रमुख शेखर पाटिल प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
प्रा. गावंडे ने कम्प्यूटर का अपने जीवन के कार्य इस विषय पर सुलभता से विवेचन किया. कार्यक्रम का प्रास्ताविक तथा संचालन शिविर के समन्वयक शिक्षक विलास मुले ने माना तथा आभार वैभव ठाकरे ने माना.