अमरावती/दि.4- मई माह का प्रारंभ भले ही बेमौसम बरसात से हुआ है, किंतु यही वह माह है जिसमें अमरावती का तीन-चार दशको का सर्वाधिक तापमान का कीर्तिमान बना था. इस बार भी 10 मई के बाद पारे के छलांग लगाने का अनुमान मौसम वैज्ञानिक डॉ. सुषमा नायर ने व्यक्त किया है. डॉ. नायर ने ही बताया कि अमरावती में 6 मई 1988 को तापमान 48.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था. वह रिकॉर्ड आज भी कायम है. इसके बाद अप्रैल-मई में कई बार पारा 45-46 डिग्री हुआ. किंतु 48.3 का कीर्तिमान कायम है.
* बारिश का अंदाजा जारी
अभी भी विदर्भ और मराठवाडा के अधिकांश भागों मेंं 7 मई तक बेमौसम बारिश का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है. डॉ. सुषमा नायर के अनुसार 10 मई के बाद पारा छलांग लगाएगा. 6 से 7 डिग्री तापमान बढने का अंदाजा है. इतना ही नहीं डॉ. नायर के अनुसार मई माह में तेज लू चलेगी. सामान्य से अधिक गर्मी के दिन इस महीने में रहने की संभावना भी डॉ. नायर ने जताई है.
* मध्य भारत का अनुमान
मौसम वैज्ञानिक डॉ. नायर ने मध्य भारत में पिछले वर्ष के औसत की तुलना में 0.35 अंश सेल्सियस तापमान अधिक रहने की संभावना व्यक्त की. उन्होंने बताया कि पिछले साल प्रत्यक्ष तापमान अधिकतम 37.69, न्यूनतम 26.38 डिग्री सेल्सियस रहा था. इस बार उसमें बढोतरी होने की पूरी गुंजाइश है. उन्होंने 4 और 5 मई को मराठवाडा में अनेक जगहों पर जोरदार बारिश होने की संभावना व्यक्त की.
* यह तारीखें बनी तवारीख
मई में सर्वाधिक गर्म दिन
अकोला 20 मई 2010 – 47.2
अमरावती 6 मई 1988 – 48.3
जलगांव 28 मई 1889 – 48.4
संभाजी नगर 19 मई 2016- 43.8