प्रशासन ने शुरू की जांच-पडताल
अमरावती-दि.30 राज्य में अगले साल से नई शिक्षा निती को लागू करने पर राज्य सरकार द्वारा विचार किया जा रहा है. जिसमें शिक्षकों की संख्या के साथ-साथ पटसंख्या का मानक भी तय किया गया है. जिसके अनुसार 20 से कम विद्यार्थी संख्या रहनेवाली शालाओं को अब शिक्षक ही उपलब्ध नहीं कराये जायेंगे, ऐसी व्यवस्था शिक्षा विभाग द्वारा की गई है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, शिक्षक ही उपलब्ध नहीं रहने के चलते 20 से कम पटसंख्यावाली शालाएं बंद ही कर दी जायेगी. इस हिसाब से अमरावती शहर सहित जिले में 355 सरकारी शालाएं बंद हो जायेगी. जिनकी पटसंख्या 20 से कम है, ऐसे में इन शालाओं में पढानेवाले शिक्षकों तथा यहां पढनेवाले छात्र-छात्राओें को काफी समस्याओं का सामना करना पड सकता है.
बता दें कि, अमरावती जिले में जिला परिषद की 354 तथा मनपा की 1 ऐसी कुल 355 शालाओं में 20 से कम पटसंख्या है. इन शालाओं में कुल 4 हजार 500 छात्र-छात्राएं पढाई करते है. साथ ही यहां 366 शिक्षक कार्यरत है. यदि इन शालाओं को कम पटसंख्या के नाम पर बंद किया जाता है, तो इन शिक्षकों और विद्यार्थियों का क्या होगा, यह सवाल फिलहाल पूछा जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले एक कक्षा के लिए एक शिक्षक की नीति थी, किंतु अब एक कक्षा के लिए 20 विद्यार्थियों की पटसंख्या का मानक तय किया गया है. ऐसे में शिक्षकों की संख्या घटेगी. जिसके परिणाम स्वरूप ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षकों की कमी देखी जायेगी. साथ ही कम पटसंख्यावाली शाला में जिला परिषद के लिए शिक्षक उपलब्ध कराना संभव नहीं होगा. इन्हीं सब बातों के मद्देनजर वर्ष 2021 में विद्यार्थी पटसंख्या के मानकानुसार 20 से कम पटसंख्यावाली शालाओं को बंद करने का नियोजन किया गया था. किंतु इसका विरोध होने से यह निर्णय रूक गया. परंतु अब इन शालाओं को एक बार फिर बंद करने का विचार किया जा रहा है.
* किसी नजदिकी शाला में होगा विद्यार्थियों का समायोजन
जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा विभाग के अख्तियार में आनेवाली 20 से कम पटसंख्यावाली 355 शालाओं को बंद करने का निर्णय सरकारी स्तर पर लिया गया. ऐसे में इन शालाओं में पढनेवाले छात्र-छात्राओं को बंद की जानेवाली शाला से तीन किलोमीटर के दायरे में रहनेवाली सरकारी शाला में समायोजित किया जायेगा. ऐसा शिक्षा विभाग के सूत्रों द्वारा बताया गया है.
* जिले में एक भी अतिरिक्त शिक्षक नहीं
प्राथमिक शिक्षा विभाग के अख्तियार में आनेवाली कक्षा 1 ली से 8 वीं तक की शालाओं में इस समय तक एक भी अतिरिक्त शिक्षक नहीं है, बल्कि शिक्षकों के कई पद रिक्त पडे है. ऐसी जानकारी सामने आयी है.