अमरावती

सादगी से मना श्री गुुरुगोविंद सिंह का 355वां ‘प्रकाश पुरब’

गुरुव्दारा गुरुसिंह सभा का आयोजन

* कोरोना नियमों का पालन करते हुए संगत की अरदास
अमरावती/दि.10 – श्री गुरुद्बारा गुरुसिंह सभा में श्री गुरुगोविंद सिंह का 355 वां प्रकाश पुरब रविवार को सादगीपूर्ण रुप से मनाया गया. इस निमित्त स्थानीय बुटी प्लॉट स्थित श्री गुुरुव्दारा गुुरुसिंह सभा में रविवार को श्री सुखमणि साहिब के पाठ के साथ श्री अखंड पाठ साहिब की समाप्ती हुई. इस अवसर पर उपस्थित संगत ने कोरोना नियमों का कडाई से पालन करते हुए अरदास व गुरु लंगर का लाभ लिया.
गुरुगोविंद सिंह ने खालसा पथ की साधना कर उच-नीच का भेद मिटाकर समानता बख्शी. पांच ककर तथा पांच बाणियाँ देकर एक निराली कौम तैयारी की. जिसमें नया जोश तथा इरादे थे. दिलों में वीर रस भरकर जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने की शक्ति दी. 9 साल की उम्र में गुरुदेव पिता श्री गुरु तेगबहादुर साहब को कश्मीरी पंडितोें की बेनंती परवान करके प्रेरणा की. हिंदू धर्म की रक्षा के लिए एक महान बलिदान देने के लिये अनन्दपुर साहिब से दिल्ली भेजा गया था. ऐसे महान योद्धा तथा संत सिपाही का प्रकाश पुरब 9 जनवरी को मनाया गया.
रविवार को सुबह 8 बजे श्री सुखमणि साहिब पाठ हुआ. साथ ही श्री अखंड पाठ साहिब की समाप्ति हुई. सुबह 10 बजे कीर्तन भाई भुपिंदरसिंह का किर्तन हुआ. अरदास व गुरु लंगर के साथ सुबह के कार्यक्रम की समाप्ति हुई. रात 7.30 बजे कीर्तन भाई भुपिंदर सिंह का कीर्तन तथा अरदास व गुरु लंगर के साथ शाम के समय कार्यक्रम की समाप्ति हुई. इस अवसर पर श्री गुरुव्दारा गुरुसिंह सभा के पदाधिकारी व संगत उपस्थित थी.

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