अमरावती/दि.19 – गर्मी के चलते संभाग के जलाशयों का जल संग्रह तेजी से घट रहा है. वाष्पीकरण की प्रक्रिया के चलते अप्रैल के तीसरे सप्ताह में जलाशयों में केवल 36.75 फीसदी ही जलसंग्रह शेष है. संभाग में लघु, मध्यम व बडे इस प्रकार कुल मिलाकर 511 जलाशय है. जिनकी क्षमता 3283.60 दश लक्ष घनमीटर है.
शुक्रवार को प्राप्त सिंचाई विभाग की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में इन जलाशयों में 1206.57 दलघमी यानि 36.75 फीसदी है जलसंग्रह है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 5 फीसदी कम है. साल 2020 में 41.92 प्रतिशत जल संचय था.
वाशिम में एक चौथाई जलसंचय
संभाग के पांचो जिलों में सबसे कम वाशिम जिले में केवल 451.10 दस दलघमी क्षमता वाले 148 प्रकल्पों में केवल 107.15 फीसदी जल शेष है. उसी प्रकार अकोला में 375.89 दलघमी क्षमता वाले 47 प्रकल्पों में 136.66 दलघमी यानि 36.36 फीसदी जलसंचय है. बुलढाणा में 533 दलघमी क्षमता वाले 105 प्रकल्पों में 16009 फीसदी ही जल शेष है. यवतमाल में 912.69 दलघमी क्षमता वाले 121 प्रकल्पों में 220.70 दलघमी यानि 35.80 फीसदी ही जलसंचय है.
अमरावती जिले में सर्वाधिक जलभंडार
संभागीय मुख्यालय अमरावती में सर्वाधिक 47.11 प्रतिशत जलभंडार है. अमरावती जिले में 84 लघु तथा 5 मध्यम व एक बडा प्रकल्प है. सब मिलाकर जिले में 90 प्रकल्प है. जिसकी जलसंग्रह क्षमता 1010.36 दलघमी है. इसमें 475.97 दलघमी जलभंडार है. जिले में सबसे बडा प्रकल्प सिंभोरा में 564.05 दलघमी क्षमता वाले इस प्रकल्प में 286.15 दलघमी यानि 50.73 फीसदी जलसंचय है. यह गर्मीयों के दिनों में अमरावती वासियों को जलापूर्ति किए जाने के लिए सक्षम है.
जिला निहाय प्रकल्प क्षमता व जलसंग्रह
जिला प्रकल्प क्षमता जलसंचय प्रतिशत
अमरावती 90 1010.36 475.97 47.11
अकोला 47 375.89 136.66 36.36
बुलढाणा 105 533.56 160.09 30.00
यवतमाल 121 912.69 326.70 35.80
वाशिम 148 451.10 107.15 23.75
कुल 511 3283.60 1206.57 36.75