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६ कैदियों पर सुपर स्पेशालीटी में इलाज जारी
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१७ – इन दिनों कोरोना का संक्रमण बडी तेज गति से बढ रहा है और रोजाना संक्रमित मरीजों की संख्या भी आगे बढ रही है, लेकिन स्थानीय कारागार प्रशासन द्वारा कोरोना से संबंधित नियमों का बेहद कडाई के साथ पालन किये जाने के चलते मध्यवर्ती कारागार में कैदियों के बीच कोरोना संक्रमण फैलने की स्थिति पर काबू पा लिया गया है. इस समय तक अमरावती सेंट्रल जेल (Amravati Central Jail) में कुल ३६ कैदी कोरोना संक्रमित पाये जा चुके है. जिसमें से ६ कैदियों को इलाज के लिए सुपर कोविड अस्पताल में भरती कराया गया है. वहीं अन्य कैदियों को होमगार्ड कार्यालय में कोरोंटाईन किया गया है. बता दें कि, विगत १० अगस्त को अमरावती सेंट्रल जेल में कोरोना का पहला संक्रमित मरीज पाया गया. जिसके बाद गृह विभाग में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त हो गया. कारागार की हर एक बैरक में करीब ७० से ८० कैदियों को रखा जाता है. जहां पर फिजीकल डिस्टंस की स्थिति को बनाये रखना एक बडी चुनौती है. ऐसे में कारागार में कोरोना का पहला मरीज पाये जाते ही यहां पर नये कैदियोें को सीधे प्रवेश देना बंद कर दिया गया है और न्यायालय के आदेश पर जेल भेजे जानेवाले कैदियों को पहले १४ दिनों तक जेल के पास ही बनायी गयी अस्थायी जेल में १४ दिनों तक रखा जाने लगा. जिसके बाद उनकी कोरोना टेस्ट करवाते हुए रिपोर्ट निगेटीव आने पर ही उन्हें जेल के भीतर प्रवेश देने का नियम बनाया गया. ऐसे में बाहर से आनेवाले नये कैदियोें की वजह से पुराने कैदी कोरोना संक्रमित होने से बच गये और इस समय सेंट्रल जेल में ११०० से १२०० कैदी रहने के बावजूद भी यहां पर कोरोना का संक्रमण रोकने में सफलता प्राप्त हुई है. इस समय यद्यपि सेंट्रल जेल के ३६ कैदी कोरोना संक्रमित है और अपना इलाज करा रहे है. वहीं कोरोनामुक्त हो चुके कैदियों की संख्या २२ है. जिन्हें इस समय कारागार के गांधी यार्ड में कोरोंटाईन रखा गया है और उनका स्वास्थ्य बेहतरीन है.
मध्यवर्ती कारागार में फिजीकल डिस्टेंसिंग सहित कोरोना से संबंधित सभी नियमोें का कडाई के साथ पालन किया जा रहा है. यहां पर नये कैदियोें को कारागार में सीधे प्रवेश नहीं दिया जाता. बल्कि पहले उनकी कोरोना टेस्ट की जाती है. साथ ही उन्हें चांदूर रेल्वे मार्ग स्थित भिवापुरकर अंध विद्यालय में बनायी गयी अस्थायी जेल में १४ दिनों तक कोरोंटाईन रखा जाता है. इस नियम के चलते सेंट्रल जेल में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित रखने में सफलता मिली है.
– डॉ. एफ. आय. थोरात वैद्यकीय अधिकारी, सेंट्रल जेल, अमरावती.