अमरावती

राज्य में महिला अत्याचार के 36 हजार मामले

आर्थिक जायजा रिपोर्ट की वास्तविकता

अमरावती/दि.11– महिला, नाबालिग और युवतियों पर होने वाले अत्याचार पर रोक लगाने के लिए कडे कानून सहित उपाय योजना की गई है, फिर भी महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं पर रोक नहीं लगी है. वर्ष 2022 में राज्य में 36 हजार महिला अत्याचार के मामले दर्ज हुए है, ऐसी जानकारी राज्य शासन व्दारा घोषित किए गए आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट से प्रकाश में आई है.
महिला अत्याचार प्रकरण का आंकडा बढता रहा तो भी पहले जनजागरण और बदनामी के भय से अत्याचार सहन किए जाते थे. बढते जनजागरण के कारण नाबालिग युवतियों के पालक व महिलाएं शिकायत करने सामने आ रही है. महिलाओं पर केवल बाहर ही अत्याचार होते है ऐसा नहीं है, बल्कि घर की चार दीवारी में भी महिला सुरक्षित नहीं है. नजदिकी रिश्तेदारों और पति व्दारा भी अत्याचार किए जाते है. वर्ष 2020 में 31954, वर्ष 2021 में 39526 घटनाएं दर्ज हुई थी. वहीं 2022 में राज्य में महिला अत्याचार के 36018 मामले दर्ज हुए है. यह आंकडेवारी केवल अक्तूबर माह तक ही है. बलात्कार के 5779, अपहरण व भगाकर ले जाने के 7193, दहेज बलि के 144, पति और रिश्तेदारों से अत्याचार के 9255 तथा विनयभंग के 10509 मामले दर्ज हुए है. महिलाओं पर बढते अत्याचार की यह आंकडेवारी समाज के लिए चिंताजनक है.

* पुलिस थानों मेें दर्ज मामले
घटना वर्ष 2020 वर्ष 2021 वर्ष2022
बलात्कार 4846 5954 5779
अपहरण 5254 5954 5779
दहेज बलि 0197 0172 0144
क्रूर कृत्य 6729 10095 9225
विनयभंग 12664 12945 11509
लैंगिक अत्याचार 1017 1287 1148
अनैतिक अत्याचार 85 095 074
अन्य 1162 1419 946
कुल 31954 39526 36018

 

 

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