अमरावती

राज्य में शेष है 37 प्रतिशत जल संचयन

चंद्रपुर/दि.27-मई महीने की तेज धूप कायम रहते राज्य के प्रकल्पों में 37 प्रतिशत जल शेष बचा है. बढ़ती किल्लत की पार्श्वभूमि पर 455 गांव, 1 हजार 81 वाडियों में 401 टैंकर दौड़ रहे हैं. सभी की निगाहें अब मानसून की ओर लगी है.
गत बरसात में राज्य में अच्छी बारिश हुई. इसके बाद भी विविध कारणों से दमदार बारिश होने के कारण बांद में ज्यादा पानी शेष बचा. परिणामस्वरुप छोटे-बड़े सभी बांधों में उपयुक्त जल जमा था. लेकिन बढ़तीधूप के कारण यह संचयन कम होने लगा है. गत वर्ष राज्य के प्रकल्पों में 31.18 प्रतिशत जल जमा था. विदर्भ के बाधों के जल संचयन की स्थिति को देखते हुए अमरावती संभाग में कुल 46.93 प्रतिशत जल संचयन शेष है. विभाग के 446 प्रकल्पों की कुल क्षमता 4 हजार 74 दशलक्ष घनमीटर है. फिलहाल 1 हजार 912 दशलक्ष घनमीटर जल जमा है. नागपुर विभाग के 384 प्रकल्पों की कुल क्षमता 4 हजार 607 दशलक्ष घनमीटर है. इनमें 1 हजार 618 दशलक्ष घनमीटर जल जमा है.
* नागपुर संभाग को टैंकर से दिलासा
राज्य में 455 गांव व 1 हजार 81 वाडियों में 401 टैंकर द्वारा जलापूर्ति की जाती है. नागपुर विभाग के अलावा शेष सभी ओर टैंकर दौड़ रहे हैं. गत वर्ष इसी कालावधि में राज्य में 497 गांव व 837 वाडों में 388 टैंकर लगे थे. अमरावती संभाग में 69 गांवों में 69, औरंगाबाद विभाग में 43 गांव व 23 वाडों में 59, पुणे विभाग में 71 गांव व 360 वाडों में 70, नाशिक विभाग में 117 गांव व 119 वाडों में 102 तो ठाणे व कोकण विभाग में 155 गांव व 499 वाडों में 101 टैंकर लगे हैं. इन गांवों की नजरें मानसून की ओर लगी है.

विभागनिहाय पानी
कोकण             44.43 प्रतिशत
मराठवाड़ा         44.61 प्रतिशत
नागपुर             35.14 प्रतिशत
अमरावती        46.93 प्रतिशत
नाशिक            34.99 प्रतिशत
पुणे                 29.16 प्रतिशत

प्रकल्प की स्थिति
कुल                     3 हजार 267
क्षमता                 40 हजार 779दशलक्ष घनमीटर
उपलब्ध संचयन   – 14 हजार 930 दशलक्ष घनमीटर
उपलब्ध संचयन- 36.61%

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