संवाद उपक्रम में एक माह में 375 समस्याएं दर्ज

259 प्रकरणों का निपटारा

अमरावती/दि.17 – जिलाधिकारी द्वारा शुरू की गई ‘संवाद’ पहल लोकाभिमुख प्रशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बन रही है. एक माह के भीतर 375 समस्याएं सामने आई हैं, जिनमें से 259 मामलों में संतोषजनक कार्रवाई की गई है. जिलाधिकारी सौरभ कटियार की संकल्पना से साकार हुआ यह पायलट प्रोजेक्ट है. अभ्यागतों के प्रबंधन, नागरिकों के मुद्दों के पंजीकरण, उनके समाधान और उचित मार्गदर्शन के लिए कार्यालय में ‘सिंगल प्वॉईंट ऑफ कॉन्टेक्ट’ उपलब्ध कर दिया गया है. इस पहल का उद्घाटन 10 अप्रैल को पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने किया था. 100 दिवसीय कृति प्रारुप के तहत इसकी शुरुआत हुई है.
इस प्रणाली का लाभ उठाते हुए पिछले एक माह के दौरान दर्ज किये गये 375 मामलों में से 259 मामलों का संतोषजनक समाधान किया गया है. 116 मामलों में कार्रवाई की जा रही है. समस्या के अनुरूप विभाग में लंबित शिकायत बाबत संवाद कक्ष के माध्यम से प्रयास किये जा रहे है. साथ ही, अब तक 181 नागरिकों ने संवाद कक्ष को भेंट दी है. जबकि कुल 146 नागरिकों ने जानकारी और मार्गदर्शन के लिए टेलीफोन, वॉट्सएप और ऑनलाइन तरीकों से अपनी समस्याएं बताई हैं. संवाद कक्ष में मार्गदर्शन और सहायता, समस्याओं को दर्ज करने और व्यवस्था को संभालने के लिए एक नायब तहसीलदार, दो वरिष्ठ लिपिकऔर ऑपरेटरों को नियुक्त किया गया है. जिलाधीश सप्ताह में दो बार समीक्षा करते हैं, साथ ही समस्या दर्ज कराने वाले नागरिकों को मिलने का समय देकर कलेक्टर उनकी समस्या भी जानते हैं एवं संतुष्ट भी करते हैं. भौगोलिक दृष्टि से 12 हजार वर्ग किमी से अधिक क्षेत्र में फैले इस जिले के नागरिकों के साथ-साथ मेलघाट और धारणी जैसे बहुल इलाकों के नागरिकों को भी उनकी समस्या उनके गांव से अथवा घर बैठे अपने मोबाइल फोन से भी दर्ज करवाते आ सकती है. इससे नागरिकों का समय, आने-जाने का खर्च और श्रम की बचत होगी. ‘संवाद’ प्रणाली का मुख्य उद्देश्य सरकार की सेवाओं को हर आम नागरिक तक पहुंचाना है. इस प्रणाली के तहत, प्रत्येक शिकायत को एक विशिष्ट पहचान संख्या दी जाती है. इससे नागरिक घर बैठे ही अपनी शिकायतों की स्थिति की जांच कर सकते हैं. यह पहल प्रशासन में अधिक पारदर्शिता ला रही है और प्रशासन पर दबाव कम करने के लिए समय पर मुद्दों का समाधान कर रही है.
* अर्जुन सावंत की समस्या का हुआ तत्काल निवारण
इस उपक्रम का एक अच्छा उदाहरण नंदगांव पेठ के अर्जुन सावंत हैं जो रोजगार के लिए जम्मू-कश्मीर चले गए. आतंकवादी हमले ने उन्हें तीन सप्ताह तक फंसाए रखा. इस बीच उनके पैसे भी ख़त्म हो गए. उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय के सहायता कक्ष के नंबर पर संपर्क कर मदद की गुहार लगाई. निवासी उपजिलाधिकारी अनिल भटकर ने इस पर तत्काल संज्ञान लिया और गांव लौटने के लिए पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की. साथ ही उनकी यात्रा को भी सुविधाजनक बनाया. समय पर मदद मिलने से वह सकुशल अपने गांव लौट आया. ऐसी अनेक समस्याओं का समाधान ‘संवाद’ प्रणाली द्वारा किया गया है. संवाद कक्ष में अपनी समस्याओं के समाधान के लिए संपर्क नंबर 9405803638 और वेबसाइट hellocollector.in के साथ-साथ क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर अपनी समस्या का निवारण किया जा सकता है. साथ ही कार्यालय संपर्क का समय सुबह 9.45 बजे से शाम 6.15 बजे तक है. निवासी उपजिलाधिकारी अनिल भटकर ने अपील की है कि नागरिक इस सुविधा का लाभ उठायें.

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