अमरावती

7 माह में 377 हादसे, 244 मौतें

53 फीसद हादसे साबित हुए जानलेवा

अमरावती /दि.28– विगत कुछ समय से जहां एक ओर समृद्धि एक्सपे्रस वे पर सडक हादसे घटित होने की खबरें लगातार सामने आ रही है. वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय महामार्ग व राज्यमार्ग सहित अन्य महामार्गों पर भी सडक हादसे घटित होकर लोगों की जान जाने का सिलसिला लगातार चल रहा है. जारी वर्ष के पहले 7 माह के दौरान अमरावती जिले में 377 सडक हादसे घटित हुए, जिसमेें से 53 फीसद यानि 202 हादसे ‘फैटल’ यानि जानलेवा साबित हुए. इन हादसों में 201 पुरुषों व 23 महिलाओं ऐसे कुल 224 लोगों की जानें गई. इससे सडकों पर घटित होने वाले हादसों और हादसों में होने वाली मौतों को लेकर चिंताजनक स्थिति स्पष्ट होती है.
विगत 7 माह के दौरान घटित 377 हादसों में से 200 हादसे प्राणांतिक, 78 हादसे गंभीर तथा 89 हादसे छोटे-मोटे स्वरुप वाले रहे. 122 हादसों में 154 लोगों को अपने हाथ-पैर व अन्य अंग हमेशा के लिए गंवा देने पडे. वहीं 89 छोटे-मोटे हादसों में 135 लोग घायल हुए. कुल 377 हादसों में से 84 हादसे राष्ट्रीय महामार्ग पर 189 हादसे राज्य महामार्ग पर तथा 104 हादसे अन्य मार्ग पर हुए. यानि सबसे अधिक हादसे राज्य महामार्ग पर घटित हुए. इसमें भी जिन 202 जानलेवा हादसों में 2024 लोगों की मौत हुई. उसमें से सर्वाधिक 100 हादसे राज्य महामार्ग पर घटित हुए. जिसमें 115 लोगों की जानें गई. ऐसे में राज्य महामार्ग पर दुर्घटना स्थलों की संख्या को काफी अधिक कहा जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि, सितंबर 2021 में जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल ने अमरावती जिले का जिम्मा संभाला था. जिसके तुरंत बाद उन्होंने जिले में घटित होने वाले हादसों और हादसों में होने वाली मौतों की सूक्ष्म जानकारी संकलित करने का आदेश जारी किया था. जिसके चलते ग्रामीण यातायात विभाग के पुलिस निरीखक गोपाल उंबरकर ने किस मार्ग पर, किस स्थान पर, कितने बजे, कौन से वाहन के साथ हादसा हुआ तथा ऐसे हादसों में कितने लोगों की मौत हुई व कितने लोग घायल हुए. आदि की जानकारी संकलित करने पर जोर दिया. जिसके चलते जिले में अपघात प्रवन स्थलों के साथ ही हादसों की वजहें भी उजागर हुई. जिसके बाद प्राणांतिक व गंभीर हादसों वाले स्थानों को रेखांकित करते हुए ग्रामीण पुलिस की ओर से ‘हेडलेस मैन’ तथा ‘यम है हम’ जैसे जनजागृति वाले अभियान चलाए गए. लेकिन इसके बावजूद वाहन चालकों द्बारा लापरवाहीपूर्ण ढंग से वाहन चलाने की आदत में कोई कमी नहीं आयी.

* गत वर्ष 7 माह में हुई थी 214 मौतें
गत वर्ष 2022 में जनवरी से जुलाई तक 7 माह के दौरान कुल 364 छोटे-बडे व गंभीर हादसे घटित हुए थे. इन हादसों में 214 लोगों की मौत हुई थी तथा 262 लोग घायल हुए थे. वहीं जारी वर्ष में 7 माह के दौरान 377 हादसे घटित हुए. जिनमें 224 लोगों की मौत हुई और 289 लोग घायल हुए. यानि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष सडक हादसों, मौतों व घायल होने वालों की संख्या में तमाम उपायों के बावजूद वृद्धि हुई.
सेम सेटींग/बॉक्स
* 7 माह में कुल हादसे 377
224 मौते
202 प्राणांतिक हादसे
जनवरी से जुलाई माह के दौरान घटित हुए 377 हादसों में 202 प्राणांतिक हादसों का समावेश रहा. इन हादसों में 224 लोगों की मौत हुई. वहीं 78 गंभीर हादसों में 102 पुरुष व 32 महिलाएं हमेशा के लिए दिव्यांग हो गए. जिन्होंने इन हादसों में गंभीर रुप से घायल होकर अपने किसी न किसी अंग को खो दिया.

* महिनानिहाय आंकडे
महिना हादसे मौतें
जनवरी 57 29
फरवरी 58 37
मार्च 49 26
अप्रैल 50 25
मई 63 46
जून 52 32
जुलाई 48 29
* प्राणांतिक हादसों के आंकडे
मार्ग हादसे मौतें
राष्ट्रीय 53 57
राज्य 100 115
अन्य 49 52

* जारी वर्ष के 7 माह दौरान 377 हादसे घटित हुए. जिनमें कुछ नये स्थानों को अपघात प्रवण स्थल के तौर पर रेखांकित किया गया. इन सभी स्थानों पर शाश्वत उपय योजना चलाने हेतु आवश्यक प्रयास शुरु किए गए है.
– अविनाश बारगल,
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक

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