अमरावती

10 महीने में 378 कुष्ठरोगी उचित उपचार से हो रहे बीमारी मुक्त

वर्षभर में मरीज होता है ठीक

अमरावती/दि.2 – जिले में 1 अप्रैल से इन दस महीने की कालावधि में 519 कुष्ठरोगी बढ़े है. वहीं समय पर मिले उचित उपचार के कारण 378 मरीज इस रोग से मुक्त होने की जानकारी जिला स्वास्थ्य प्रशासन ने दी. साथ ही जिले में स्पर्श कुष्ठरोग जनजागृति अभियान चलाया जा रहा है. जिसके अंतर्गत जनजागृति, शिविर आदि का आयोजन किया गया है.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का कुष्ठरोग निवारण यह सपना था. जिसके चलते प्रति वर्ष 30 जनवरी उनकी पुण्यतिथि निमित्त देशभर में कुष्ठरोग निवारण दिन मनाया जाता है. इस बार भी जिले में स्पर्श कुष्ठरोग जनजागृति पखवाड़ा मनाये जाने की जानकारी स्वास्थ्य प्रशासन ने दी है. केंद्र शासन की ओर से कुष्ठरोग के उच्चाटन हेतु राष्ट्रीय कुष्ठरोग नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. इस कार्यक्रम के अनुसार प्रति वर्ष कुष्ठरोग खोज अभियान चलाया जाता है. इसमें कुष्ठ रोगी पाये जाने पर उस मरीज की बीमारी की तीव्रता की जांच की जाती है. लक्षणों को ध्यान में रखते हुए आगे का उपचार किया जाता है. शरीर, चेहरे पर गांठ तैयार हुए अवयव की शासकीय अस्पताल में निःशुल्क शस्त्रक्रिया भी की जाती है. दस महीने में जिले में चलाये जा रहे खोज अभियान में 519 नागरिक कुष्ठरोगी पाये गए. वहीं 378 कुष्ठरोगी बीमारी से मुक्त हुए हैं.
कुष्ठरोग का निदान होने के पश्चात तरंत उपचार की शुरुआत करना आवश्यक है. शासकीय अस्पताल में यह उपचार निःशुल्क होता है. उपचार के कारण 6 महीने से एक वर्ष की कालावधि में यह बीमारी ठीक होती है. जिसके चलते कुष्ठ रोग के लक्षणों की ओर दुर्लक्ष न करें, ऐसी सलाह स्वास्थ्य विभाग ने दी है.

उपचार से ठीक हो सकता है कुष्ठ रोग
कुष्ठ रोग ठीक होने के सूत्र यह शीघ्र निदान व शीघ्र उपचार है. शासकीय रुग्णालय में मरीज पर निःशुल्क उपचार होता है. गत 9 महीने में 378 मरीज इस बीमारी से मुक्त हुए हैं.
– दीपक गडलिंग, वैद्यकीय पर्यवेक्षक (कुष्ठरोग)

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