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नियंत्रण समिति का बारिकी से लक्ष
धामणगांव रेलवे/प्रतिनिधि दि.७ – उप विभाग की तीनों तहसील में कोरोना का प्रादुर्भाव तेजी से बढने के कारण 39 कंटेनमेंट जोन की निर्मिति की गई हेै. इस कंटेनमेंट से अकारण बाहर घुमने वाले लोगों पर व पॉजिटीव मरीज बाहर दिखाई देने पर फोैजदारी कार्रवाई के निर्देश चांदूर रेलवे के उपविभागीय अधिकारी इब्राहीम चौधरी ने दिये है.
जिले में सर्वाधिक कोरोना मरीजों की वृध्दि धामणगांव तहसील में हुई है. दूसरे नंबर पर चांदूर रेलवे तहसील है. जिससे कोरोना के बढते प्रादुर्भाव से उपविभागीय प्रशासन की ओर से कडे कदम उठाए जा रहे है. तीनों तहसील में सनियंत्रण समिति की स्थापना की. हर रोज पॉजिटीव मरीजों की गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. इन मरीजों के साथ फोन पर बात कर उनकी सेहत के बारे में समिति को पूछताछ करनी पड रही है. गृह विलगीकरण में रहने वाले मरीज की ओर से बंधपत्र लिख लिया जाता है. मुझे स्वतंत्र रुम है, मैं अन्यों के संपर्क में नहीं आऊंगा, ऐसा बंधपत्र में लिखा रहता है.
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धामणगांव तहसील में सर्वाधिक कंटेनमेंट जोन
नांदगांव खंडेश्वर तहसील में शिवणगांव, नांदगांव खंडेश्वर में वार्ड नं.15, 16, हिवरा बु., धामणगांव तहसील में गव्हा फरकाडे, हिरपुर, बोरगांव धांदे, गोकुलसरा, तलणी, चिंचोली, अशोकनगर, झाडगांव, सोनेगांव खर्डा, आसेगांव, जुना धामणगांव, चिंचोली तथा शहर में गोयनका नगर, लुनावत नगर, भागचंद नगर ऐसे कंटेनमेंट जोन घोषित किये गए है. चांदूर रेलवे तहसील में नया सावंगा, शहर में पात्रीकर कॉलोनी, रामनगर, गांधी चौक, साईनगर, क्रांती चौक, शिवाजी नगर, मंगलमूर्ति नगर, भगवान चौक तथा तहसील में पलसखेड, मालखेड, कारला, कलमगांव, धनोडी, घुईखेड, जलका जगताप आदि गांव कोरोना से संक्रमित हुए है.
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अब दो बार होगी टेस्ट
चांदूर, धामणगांव इन दोनों तहसील में कोरोना मरीजों की बढती संख्या देख जिस गांव में 5 से ज्यादा पॉजिटीव मरीजों की संख्या मिली, उस गांव में कम से कम दो टेस्ट एक ही दिन लेने के निर्देश दिये गए है. उसके लिए सुबह 7 से 11 तथा दोपहर 4 से 6 तक यह टेस्ट लिये जायेंगे. गांव के किराना दुकानदार, स्वस्त अनाज दुकानदार, सब्जी विक्रेता आदि ने 15 दिन में एक बार जांच करना बंधनकारक है रहने के आदेश उपविभागीय अधिकारी ने दिये है.
150 शाला मरीजों के लिए उपलब्ध
धामणगांव व चांदूर रेलवे तहसील में कोरोना का बढता प्रादूर्भाव देख ग्रामीण क्षेत्र में पॉजिटीव मरीज गृह विलगीकरण में रखना असंभव है. जिसे संबंधित गांव की शाला में व्यवस्था की जायेगी. इस बीच इन मरीजों को स्वयं के घर से टीफिन देते आयेगा, ऐसे मरीज गांव में घुमते हुए दिखाई दिये तो पुलिस पटेल ने उसपर नियंत्रण रखना जरुरी है. ऐसे मरीज बाहर घुमते हुए दिखाई दिये तो सीधे पुलिस पटेल पर कार्रवाई करने के निर्देश उपविभागीय अधिकारी इब्राहीम चौधरी ने दिये है.