अमरावती/दि.22- बाजार समिति किसानों से संबंधित रहने के बावजूद मताधिकार व व्यवस्थापन में अधिकार नहीं रहने के चलते उनकी आवाज दबाई जा रही थी. ऐसे आरोप इससे पहले कई बार लगाए जाते रहे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. क्योंकि विगत मंगलवार को राज्य विधान मंडल के नागपुर में चल रहे शीतसत्र के दौरान एक विधेयक पारित होने के चलते अब किसान भी फसल मंडी संचालक पद का चुनाव लड सकेंगे. जिसकी वजह से अब जिले के 4.83 लाख खाताधारक किसानों के लिए फसल मंडी में चुनाव लडने का अवसर उपलब्ध हो गया हैं.
बता दें कि जिले की सभी 10 बाजार समितियों में आगामी 23 दिसंबर से चुनाव हेतु नामांकन प्रक्रिया शुरु होगी. इस चुनाव में सेवा सहकारी सोसायटी निर्वाचन क्षेत्र से 11, ग्रामपंचायत निर्वाचन क्षेत्र से 4, व्यापारी व अडत निर्वाचन क्षेत्र से 2 तथा हमाल व मापारी निर्वाचन क्षेत्र से 1 ऐसे कुल 18 संचालक चुने जाते हैं. परंतु इसमें किसानों को कहीं पर कोई स्थान नहीं मिलता और किसानों के पास बाजार समिति में मतदान करने का अधिकार भी नहीं हैं. सेवा सहकारी सोसायटी के संचालकों व ग्रापं सदस्यों को ही मतदान करने का अधिकार रहने के चलते किसानों में खुद पर अन्याय होने की भावना थी. परंतु अब यह कमी सरकार व्दारा किसानों को मताधिकार देने के संदर्भ में लिए गए निर्णय के चलते दुर हो जाएगी.
बाजार समिति की निर्वाचन प्रक्रिया कल शुक्रवार 23 दिसंबर से शुरु होने जा रही हैं. परंतु सहकार विभाग को राज्य सहकार प्राधिकरण से अब तक कोई निर्देश या आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं. ऐसे में हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस विधेयक के चलते बाजार समिति के चुनाव प्रभावित हो सकते हैं.
3 जनवरी तक चुनाव स्थगित
बाजार समिति में ग्राम पंचायतों के पुराने सदस्यों की बजाए अब चुनाव पश्चात चुनकर आए नए सदस्यों को मताधिकार मिले, इस हेतु मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में करीब 19 याचिकाएं दाखिल हुई हैं. जिस पर बुधवार को हुई सुनवाई के दौरान निर्वाचन प्रक्रिया फिलहाल जिस स्थिति में है उसे 3 जनवरी तक जस का तस स्थगित रखने का निर्णय अदालत व्दारा दिए जाने की जानकारी सामने आई हैं.
तहसील निहाय खाताधारक किसानों की संख्या
अमरावती तहसील में 35,981, भातकुली में 31,275, तिवसा में 30,733, चांदूर रेलवे में 32,191, धामणगांव रेलवे में 28,945, नांदगांव में 45,333, मोर्शी में 45,327, वरुड में 39,666, अचलपुर में 32,234, चांदूर बाजार में 41,648, दर्यापुर में 49,810, अंजनगांव में 36,533, धारणी में 20,182 व चिखलदरा तहसील में 12,626 खाताधारक किसान हैं. जिन्हें अब फसल मंडी में संचालक पद का चुनाव लडने का अवसर मिलेगा. हालांकि प्रत्याशी रहने वाले किसान के पास इस चुनाव में मतदान करने का अधिकार नहीं होगा.
नए सिरे से बनेगी मतदाता सूची
फसल मंडी के चुनाव हेतु दो माह पूर्व मतदाता सूची बनाई गई थी. उस समय के ग्रापं सदस्यों के नाम इस सूची में बतौर मतदाता शामिल किए गए थे. परंतु अब जिले की 257 ग्राम पंचायतों के चुनाव हो चुके है और मंगलवार को ही 257 ग्रापं में 2790 सदस्य चुनकर आए हैं. ऐसे में पुराने सदस्यों की बजाए नए सदस्यों को मताधिकार मिले इस हेतु बाजार समिति की मतदात सूची को नए सिरे से तैयार किए जाने की जानकारी हैं.
नागपुर खंडपीठ में बुधवार को हुई सुनवाई के दौरान बाजार समिति के चुनाव की प्रक्रिया को 3 जनवरी तक ‘जैसे थे’ की स्थिति में रखने का निर्णय हुआ. ऐसी जानकारी प्राप्त हुई हैं. हालांकि अभी हमें इस आदेश की कापी प्राप्त नहीं हुई हैं.