२४७२ पशुपालकों के बैंक खाते में ६ करोड़ रुपए जमा
लम्पी त्वचारोग के नुकसान भरपाई का वितरण, और भी १ करोड़ की मांग
अमरावती /दि. १५– गोवंशीय पशुओं प र लम्पी त्वचारोग से स्वास्थ्य संकट आ गया. इस महाभयंकर रोग ने जिले के २७७१ पशुओं को अपनी जान गंवानी पडी. पशुपालकों को सहायता करने के लिए सरकार ने आर्थिक नुकसान भरपाई देने के लिए आवेदन मंगाए थे. इसके तहत पशुसंवाधन विभाग ने जिले में २४७२ पशुपालकों के बैंक खाते मेें ६ करोड ९ लाख ७९ हजार ८२७ रुपए नुकसान भरपाई की रकम जमा की. ३ सितंबर २०२२ को जिले में लम्पी रोग का प्रकोप था. इसके बाद जिले में इस रोग का और भी प्रकोप बढ़ गया. १३ फरवरी तक जिले के ३९ हजार ४५३ पशुओं को रोग का संक्रमण हुआ. इनमें से ३६ हजार ६८२ पशुओं को संवर्धन विभाग ने उपचार कर स्वस्थ्य किया. बावजूद ९ से १० पशुओं की लम्पी रोग से मृत्यु हो गई. अब तक २७७१ पशुओं का इस रोग से मृत्यु होने से पशुपालकों में चिंता व्याप्त हुई. रोग से मृतक पशुधन के पालक को गाय के लिए २५ हजार, बैल के लिए ३० हजार तथा बछडे के लिए १६ हजार रुपए की सहायता देने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया था. इसके नुसार जिले के पशुपालकों को मदद देने के लिए ६ करोड ९ लाख रुपए की निधि प्राप्त हुई. २७७१ पशुपालकों में से २४०० से अधिक पशुपालकों को ६ करोड ९ लाख ७९ हजार ८२७ रुपए निधि आर्थिक सहायता के तौर पर वितरित की गई. पशुसंवर्धन विभाग में २६६ पशुपालकों ने अनुदान के लिए आवेदन किया था. शुरुआत में २३७१ प्रस्ताव समिति ने मंजूर किया और इसके बाद १६५ प्राप्त आवेदन मंजूर किए गए.
सहायता करने का लिया था निर्णय
लम्पी के कारण मृतक पशुओं के पालकों को आर्थिक मदद करने का निर्णय सरकार ने लिया था. इसके अनुसार सहायता वितरण का काम युद्धस्तर पर पूरा किया गया. अब तक सरकार ने ६ करोड ९ लाख ७५ हजार रुपए की निधि वितरित की गई. पश्चात २९९ आवेदन प्राप्त होने से उन्हें निधि वितरित नहीं की गई. उन्हें मदद करने के लिए सरकार ने एक करोड़ रुपए की मांग का प्रस्ताव भेजा है.
-डॉ.कावरे, उपायुक्त
जिला पशुसंवर्धन विभाग