4 मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी!
सत्तार, सावंत, पाटिल व महाजन को किया जा सकता है बाहर
अमरावती/दि.14 – इस समय जहां एक ओर हर कोई राज्य मंत्रिमंडल के संभावित विस्तार की प्रतीक्षा करने के साथ ही इस बात को लेकर उत्सुकता में है कि, राज्य मंंत्रिमंडल में नये मंत्रियों के तौर पर किन-किन विधायकों का समावेश होता है और उन्हें कौन से मंंत्रालय मिलते है. वहीं दूसरी ओर यह जानकारी भी सामने आ रही है कि, शायद शिंदे गुट व भाजपा के कुछ मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर किया जा सकता है. जिनमें शिंदे गुट से वास्ता रखने वाले अब्दूल सत्तार व डॉ. तानाजी सावंत तथा भाजपा से वास्ता रखने वाले चंद्रकांत पाटिल व गिरीष महाजन को मंत्रिमंडल से बाहर किया जा सकता है.
राजनीतिक क्षेत्र से जानकारी के मुताबिक सीएम शिंदे गुट के पास मंत्री बनने के इच्छूक विधायकों की संख्या अच्छी खासी है और अब सरकार में अजित पवार के नेतृत्व के तहत राकांपा के विधायक भी शामिल हो गए है. जिसके चलते कहीं न कहीं शिंदे गुट सहित भाजपा के हिस्से में आने वाले मंत्री पदों की संख्या घटेगी. ऐसे में एक साल तक मंत्री पद का सुख भोग चुके शिंदे गुट के 2 से 3 मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाते हुए उनके स्थान पर अन्य विधायकों को मंत्री पद का मौका दिया जा सकता है. जिसके तहत यह लगभग तय माना जा रहा है कि, शिंदे गुट से वास्ता रखने वाले मराठवाडा क्षेत्र के अब्दूल सत्तार व पुणे क्षेत्र के डॉ. तानाजी सावंत को मंत्री मंडल से बाहर करते हुए उनके स्थान पर अन्य क्षेत्रों के शिंदे समर्थक विधायकों को मौका दिया जाए, ताकि शिंदे गुट के दायरे को बढाया जा सके.
वहीं दूसरी ओर आगामी लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा द्बारा सरकार से ज्यादा पार्टी एवं संगठन को मजबूत करने की ओर ध्यान दिया जा रहा है और इसी सोच के तहत इस समय मंत्रिमंडल में शामिल रहने वाले चंद्रकांत पाटिल व गिरीष महाजन को मंत्रिमंडल से बाहर करते हुए उन्हें संगठन में कोई बडी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. विशेष उल्लेखनीय है कि, इस समय राज्य मंत्रिमंडल में शामिल रहने वाले चंद्रकांत पाटिल इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके है और उन्हें संगठन से संबंधित कामों का अच्छा खासा अनुभव है. साथ ही गिरीष महाराज को भी उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बेहद नजदीकी व विश्वासपात्र नेताओं में गिना जाता है. ऐसे में बहुत संभव है कि, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्बारा इन दोनों नेताओं को मंत्री पद से हटाते हुए उन्हें संगठन में कोई बडी जिम्मेदारी सौंपी जाए, ताकि आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों को अभी से शुरु किया जा सके.