जनस्वास्थ्य हेतु 4 हजार कि.मी. की पदयात्रा
रायगढ़ किले से की शुरुआत, 149 दिनों बाद पहुंचे धामणगांव
धामणगांव रेल्वे/दि.14 – मानवी शरीर स्वास्थ्य पूर्ण होगा, तभी स्वयं के लिये व अपने परिवार के लिये आवश्यकता अनुसार श्रम लिया जा सकता है. परिवार का कर्ता मनुष्य या किसी भी सदस्य को यदि दुर्देव से बड़ी बीमारी होती है, तब सारे परिवार की आर्थिक स्थिति ही कमजोर हो जाती है. ऐसे जरुरतमंदों की मदद करना पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य है.
रायगढ़ किले से पैदल चलकर निकलेघनश्याम केलकर ने कुल 1 हजार 750 किलोमीटर दूरी की पैदल चलते भंडारा, नागपुर, बुटीबोरी, केलझर,पवनार,वर्धा मार्ग से होते हुए पुलगांव से धामणगांव रेल्वे पहुंचे. पश्चात मंगलवार को चांदूर रेल्वे की यात्रा पर निकले.
पुणे जिले के बारामती के घनश्याम केलकर 17 अक्तूबर से रायगढ़ किले से निकले हैं. उनकी पैदल यात्रा शिवनेरी किले पर समाप्त होगी. वे रायगढ़ से सातारा, कोल्हापुर, सांगली, सोलापुर, उस्मानाबाद, लातूर,नांदेड़, यवतमाल,चंद्रपुर,गढ़चिरोली, गोंदिया, भंडारा, नागपुर मार्ग से बुटीबोरी से धामणगांव पहुंचे. वहीं फिर से 2 हजार 250 कि.मी. वे पैदल यात्रा कर शिवनेरी किले पर पहुंचेंगे.
घर की बीमारी के कारण जिस परिवार पर बड़ा संकट व आर्थिक संकट मंडराता है, इसी काल में उनकी मदद कर ने की व्यवस्था प्रत्येक गांव, तहसील, जिले में करने यह परिक्रमा करने का मुख्य उद्देश्य है. उनके इस सामाजिक उपक्रम का सभी ओर स्वागत हो रहा है.
तहसीलदार ने दिया निवेदन
कोरोना के संकट से दिक्कत में आयी महाराष्ट्र की जनता को दिलासा देने के लिये राज्य सरकार व्दारा सभी के लिये स्वास्थ्य बीमा का नियोजन करने की मांग सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम केलकर ने की है. इस बारे में उन्होंने तहसीलदार गौर व भलगटिया को निवेदन सौंपा.