अमरावती

पश्चिम विदर्भ के 511 प्रकल्पों में 40.29 प्रतिशत जलसंग्रह

जलसंपदा विभाग द्बारा दी गई जानकारी

अमरावती/दि.8 – पश्चिम विदर्भ के 511 जल प्रकल्पों में वर्तमान की स्थिति में 40.29 प्रतिशत जल संग्रह है. अभी बारिश को ढाई महीने बाकी है जिसकी वजह से पानी का उपयोग संभलकर करना होगा. पिछले साल अच्छी बारिश होने की वजह से सभी जलप्रकल्प पर्याप्त रुप से भरे हुए थे इससे पेय जल के साथ सिंचाई के लिए भी दिक्कतें नहीं आयी थी. किंतु पानी का दुरुपयोग किया गया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे ऐसी आशंका जताई जा रही है.
जलसंपदा विभाग द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक 1 अप्रैल 2021 को यह स्थिती थी. पश्चिम विदर्भ के 9 बडे प्रकल्पों में केवल 40.29 फीसदी जल भंडार है. 25 मध्यम प्रकल्पों में 45.35 फीसदी तथा 477 लघु प्रकल्पों में 31.33 फीसदी जलभंडार है. गर्मी की भीषणता पर गौर करने पर यह जलभंडार चिंता वाला है. 511 प्रकल्पों का प्रकल्पीय संकलित उपयुक्त जलभंडार 3283.60 दस लाख घनमीटर है. गर्मी की तीव्रता को देखते हुए यह भंडार खत्म होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा इसको लेकर प्रशासन चिंतित है.

पेय जल की समस्या नहीं

जलसंपदा विभाग के मुताबिक पेय जल की समस्या नहीं है. किंतु नागरिकों को पानी का महत्व जानना होगा और पानी का इस्तेमाल काटकसर करते हुए करना पडेगा. जलसंपदा विभाग ने नागरिकोें से भी पानी का उपयोग समझदारी से करने का तथा पानी का अपव्यय टालने का आग्रह किया है.

पानी की बचत सबकी जवाबदारी

जलसंपदा विभाग के मुख्य अभियंता अनिल बाहदुरे ने कहा है कि हर प्रकल्प में वहां की परिस्थिती के अनुसार पेयजल का भंडारण किया गया है. फिलहाल जलभंडार पर्याप्त मात्रा में है. किंतु पानी की बचत करना सबकी जवाबदारी है ऐसा उन्होंने नागरिकों से कहा.

बडे प्रकल्पों की स्थिति

प्रकल्प           जलभंडार
उर्ध्व वर्धा          52.31
पूस प्रकल्प        41.77
अरुणावती        39.68
बेबंला              45.32
वान प्रकल्प      44.14
नल गंगा         39.83
पेन टाकली      40.69
खडकपूर्णा       25.32

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