प्रतिनिधि/दि.१०
अमरावती – कोरोना विपदा के दौर में भी अमरावती जिले की ८४० ग्रामपंचायतों के नागरिकों ने अपनी एकजुटता का परिचय देने का काम किया है. ग्रामवासियों ने थोड-थोडा नहीं बल्कि लगभग २ हजार से ज्यादा किलो वाला प्लास्टिक नष्ट कर दिया है. जिससे ८४० ग्राम पंचायत अब गंदगी मुक्त होने की कगार पर आ गई हे.
यहां बता दें कि, केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में ८ से १५ अगस्त तक संपूर्ण जिले में गंदगीमुक्त का अभियान चलाया जा रहा है इस अभियान के तहत गांव में प्लास्टिक मुक्ति, श्रमदान से पौधा रोपण, गांव के शासकीय के अलावा सार्वजनिक इमारतों का रंग रोगण, छात्रों के लिए चित्रकला स्पर्धा जैसी विविध उपक्रम चलाए जा रहे है. जिले में ८४० ग्राम पंचायतों में यह उपक्रम १५ अगस्त तक चलाया जा रहा है. अभियान के पहले दिन प्लास्टिक निर्मूलन का अभियान चलाया गया. इस अभियान में गांव की महिलाओं, पुरुषों ने एकजुट होकर पर्यावरण के लिए घातक साबित होने वाले प्लास्टिक को नष्ट किया. इतना ही नहीं तो आगे से कभी भी प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का संकल्प लिया. इस अभियान का शुभारंभ सावर्डी परिसर में मुख्यकार्यकारी अधिकारी अमोल येडगे, उपमुख्यकार्यकारी अधिकारी डॉ. श्रीराम कुलकर्णी के हाथों किया गया. इस समय जिले के सरपंचों से ऑनलाइन संवाद साधकर उनको उपक्रम की जानकारी भी दी गई.
- स्वच्छता यह मौलिक जरुरत है, प्रत्येक गांव स्वच्छ, सुंदर के अलावा गंदगी मुक्त होना जरुरी है. इसलिए कोविड-१९ की सूचनाओं का पालन कर अभियान में शामिल होना चाहिए.
-अमोल येडगे, मुख्यकार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद
- ग्रामवासियों ने स्वयं स्फूर्ति से अभियान में सहभाग लिया है. गांव से प्लास्टिक नष्ट करना चाहिए इसके लिए कदम उठाए है. ग्रामवासियों द्वारा इकट्ठा किए गए प्लास्टिक को जलाकर नष्ट न करने की बजाय वह रिसाइकलिंग किया जाएगा.
-डॉ. श्रीराम कुलकर्णी, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी