अमरावती

राज्य में ‘लम्पी’ के कुल मृतकों में से 40% विदर्भ में

49 हजार पशुधन बाधित; सरकारी आंकड़ेवारी की अपेक्षा मृत्यु संख्या अधिक होने की संभावना

नागपुर-दि.8 राज्य में पशुधनों में फैलने वाली लम्पी बीमारी का संसर्ग नियंत्रण में होने का दावा राज्य शासन द्वारा किया जा रहा है. फिर भी अब तक 1916 मवेशियों की इस कारण से मृत्यु हुई है. इनमें से 40 प्रतिशत मृत्यु विदर्भ के सात जिलों में हुई है.
राज्य में पशुधन में यह बीमारी तेजी से फैल रही है. 3 अक्तूबर तक 31 जिलों के 2151 गांवों में लम्पी का प्रादुर्भाव दिखाई दिया. जिसके चलते 49 हजार पशुधन बाधित हुए हैं. यह सरकारी आंकड़ेवारी है. प्रत्यक्ष में यह यह संख्या अधिक होने की संभावना है. कुल मृत मवेशियों में से 786 मवेशी विदर्भ के हैं. इनमें सर्वाधिक अकोला जिले में 308 है. विदर्भ के बाद पश्चिम महाराष्ट्र में 604 मृत्यु संख्या अधिक है. इस भाग में दुग्ध व्यवसाय बड़े पैमाने पर है.
दरमियान बाधित पशुधन में से कुछ रोग मुक्त होने का दावा राज्य के पशुसंवर्धन आयुक्त सचिंद्र सिंह ने किया है. विविध जिलों में 3 अक्तूबर तक 1.05 करोड़ मवेशियों का टीकाकरण किया गया. अकोला, वाशिम, जलगांव, कोल्हापुर एवं मुंबई उपनगर इन जिलों का टीकाकरण पूर्ण हुआ है. उनका दावा है कि निजी संस्था, सहकारी दूध संघ एवं वयक्तिक रुप से पशुपालकों द्वारा करीबन 75.49 प्रतिशत पशुधन का टीकारण पूरा किया गया.

जिलानिहाय कुल मृत्यु (3 अक्तूबर तक)
अकोला-308, बुलढाणा-270, अमरावती-168, यवतमाल–2, वाशिम-28, वर्धा-2, नागपुर-5, पुणे-121, अहमदनगर-201, सातारा-144, कोल्हापुर-97, सांगली-19, सोलापुर-22, जलगांव-326, धुलिया-30, लातुर-19, औरंगाबाद-60, बीड-6, उस्मानाबाद-6, जालना-12, नांदेड- 17, हिंगोली-1, नंदुरबार-15, पालघर-2, ठाणे-24, नाशिक-7, रायगड-4.

Related Articles

Back to top button