अमरावती

ऑनलाइन शॉपिंग से बाजार को नुकसान ४० फीसदी

व्यवसाय प्रभावित, व्यापारी हो चले है त्रस्त

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२३ – इन दिनों यद्यपि कोरोना संक्रमण की गति कम हुई है. लेकिन इसके बावजूद बाजारों में अब तक व्यवसाय पहले की तरह गति नहीं पकड पा रहा है. ताकि इन दिनों युवा वर्ग सहित उच्च व मध्यम वर्ग द्बारा ऑनलाइन खरीदी करना पसंद किया जा रहा है. साथ ही खेती किसानी का बारिश की वजह से नुकसान होने के चलते ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहक भी खरीददारी के लिए बाहर नहीं निकल रहे. जिसका सिधा परिणाम बाजार में होने वाले व्यवहारों पर दिखाई दे रहा है और महानगर में बाजार अब भी ठप्प है तथा दशहरा व दीपावली जैसे त्यौहारों के मुहाने पर व्यवसायियों को ग्राहकों की प्रतिक्षा है. लेकिन इस समय नवरात्र के साथ-साथ दशहरा व दीपावली जैसे पर्व को ध्यान में रखते हुए ग्राहकों ने ऑनलाइन शॉqपग को पसंद करना शुरु किया है.

क्योंकि ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों द्बारा एक से बढकर एक ऑफर दिये जा रहे है. ऐसे में स्थानिय बाजारों में कुछ हद तक सन्नाटा है. वहीं ऑनलाइन शॉपिंग प्लैटफार्म पर जबर्दस्त रश देखा जा रहा है. उल्लेखनीय है कि, कोरोना संक्रमण की वजह से शुरु किये गये लॉकडाउन एवं अनलॉक की प्रक्रिया में विगत ५ माह से स्थानिय बाजारों की दूकानों में कपडे सहित इलेक्ट्रानिक साहित्य जैसे की वैसे पडे थे. ऐसे में अब ग्राहकों ने नये स्टॉक के लिए स्थानीय दूकानों के वजाय ऑनलाइन खरीदी करने को प्राथमिकता देनी शुरु की है. इसमें युवा पीढी व उच्च शिक्षित लोगों की संख्या तुलनात्मक रुप से अधिक है. जो कपडों से लेकर मोबाइल व इलेक्ट्रानिक उपकरण ऑनलाइन खरीद रहे है.

प्रति वर्ष दशहरा व दीपाली से १०-१२ दिन पहले स्थानीय बाजारों में लोगों की भारी भीड-भाड उमडना शुरु हो जाती है. लेकिन विगत कुछ वर्षों से बाजारपेठों की करीब ४० फीसदी भीड को ऑनलाइन कंपनियों ने अपनी ओर खींच लिया है. इसमें भी यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विदेशी ब्रांड की वस्तुएं ऑनलाइन तरीके से घर बैठे बडी आसानी के साथ प्राप्त हो जाती है. साथ ही महंगी वस्तुओं पर ऑनलाइन शॉqपग में कर्ज अथवा ईएमआई की सुविधा भी उपलब्ध होती है. ऐसे में लोगबाग ऑनलाइन शॉपिंग करने की ओर ज्यादा प्राथमिकता देते है.

  • कैट शुरु करेगा ई-ऑनलाइन प्लैटफार्म

व्यापारियों के सबसे बडे संगठन कन्फेड्रेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स यानि कैट द्बारा ऑनलाइन शॉqपग में सहभागी होने की तैयारी शुुरु की गई है. जिसके तहत व्यापारियों को भारत ई-मार्केट नामक ऑनलाइन प्लैटफार्म उपलब्ध कराया जाएगा. ऐसी जानकारी कैट के अध्यक्ष बीसी भरतीया द्बारा दी गई. साथ ही कैट के स्थानीय समन्वयक श्याम शर्मा ने कहा कि, स्पर्धा में टीकने के लिए स्थानीय व्यापारियों को भी अब अत्याधुनिक तकनिक के साथ सेवा उपलब्ध कराना बेहद जरुरी हो चला है.

  • व्यवसाय डूब रहा है

इन दिनों ऑनलाइन शॉqपग की वजह से मोबाइल विक्रेता सबसे अधिक प्रभावित हो रहे है. इन कंपनियों ने सभी नियमों को तोडकर फूटकर बाजार को खत्म करने का काम कर रहे है. जिसके खिलाफ ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर ने कैट के माध्यम से अभियान शुरु किया है. ऐसी जानकारी एसो. के विदर्भ उपाध्यक्ष बादल कुलकर्णी ने दी है.

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