अमरावती

324 गांवों में 40 पथक करेंगे जांच

मेलघाट में मृत्युदर कम करने के लिए

अमरावती/ दि.9 – आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र में गर्भवती माता, 0 से 6 वर्ष के बालक, स्तनदा माता सहित प्रसूति दरमियान होने वाली मृत्युदर कम करने के लिए बारिश के पूर्व जिले के स्वास्थ्य विभाग व्दारा स्वास्थ्य सर्वेक्षण अंतर्गत स्वस्थ मेलघाट अभियान आगामी 11 जून से चलाया जाएगा. इसमें आशा सेविका, आंगणवाडी सेविका सहित परिचारिका व डॉक्टरों का समावेश रहने वाले 40 पथकों व्दारा 324 गांवों में पहुंचकर जांच की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि बारिश के दिनों में मेलघाट के अनेक गांवों का संपर्क टूट जाता है. तहसील मुख्यालय तक भी आने में यहां के नागरिकों को परेशानियां उठानी पडती है. ऐसे में संक्रमण रोग भी बढ रहे है. गर्भवती महिलाओं व स्तनदा माताओं तथा छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को खतरा न हो, इस उद्देश्य से बारिश से पूर्व जांच व उपचार करवाने की सलाह इस पथक व्दारा महिलाओं और बच्चों के पालकों को दी जाएगी. जिन्हें उपचार की आवश्यकता हो उन्हें आवश्यकता नुसार उपचार के लिए भिजवाया जाएगा.
पिछले कुछ वर्षों से बारिश के पूर्व सतत स्वस्थ मेलघाट अभियान चलाया जा रहा है. इसकी वजह से प्रसूति दौरान मेलघाट की माताओं की मृत्युदर में कमी आयी है. स्वास्थ्य विभाग को मृत्युदर कम करने में सफलता हासिल हुई है. यह अभियान एक तरह का सर्वेक्षण ही है. इस अभियान व्दारा गांव की गरोदर माताओं को औषधि, आहार व उपचार के संदर्भ में सलाह दी जाती है. उसी प्रकार छोटे बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर आवश्यकता के अनुसार उपचार किया जाता है, ऐसी जानकारी स्वास्थ्य विभाग व्दारा दी गई.

आठ दिनों में होगी 324 गांवों की जांच

40 स्वास्थ्य पथक व्दारा 8 दिनों में 324 गांवों में घुमकर गरोदर माता, स्तनदा माता, 0 से 6 वर्ष के बालकों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी. और उन्हें उपचार हेतू तहसील या फिर जिला मुख्यालय भिजवाया जाएगा. जिन मरीजों पर गांव में ही उपचार हो सकता है, उनका उपचार वहीं किया जाएगा. एक पथक 8 दिन में 40 गांव में पहुंचकर जांच करेगा. इस प्रकार से 8 दिनों में 324 गांवों में स्वास्थ्य विभाग व्दारा जांच की जाएगी.

मृत्युदर कम करने हेतू स्वस्थ्य मेलघाट अभियान

मेलघाट में गरोदर माता, स्तनदा माता तथा बच्चों की मृत्युदर कम करने हेतू स्वस्थ मेलघाट अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान अंतर्गत उपचार सहित अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएगी.
– डॉ. दिलीप रणमले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी

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