* 2 मिनी थिएटर के साथ नेहरू मैदान शाला का भी बदलेगा लुक
अमरावती / दि. 27-अमरावती शहर का सौंदर्यीकरण हो रहा है. इसी श्रृंखला में महानगरपालिका की ओर से टाउन हॉल के लिए 85 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. मध्यवस्ती में टाउन हॉल का उपयोग सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों के लिए किया जाता है. इस जगह पर 870 दर्शकों के बैठने की क्षमता है और अब यह नए लुक में नजर आएगा. इसके अलावा 2 बचत गट के लिए मॉल, 70 नागरिकों की बैठने की क्षमता रहने वाले 2 मिनी थिएटर समेत नेहरू मैदान शाला का भी कायाकल्प होगा.
मनपा ने 1980 में शहर के कलाकारों को मंच उपलब्ध कराने के टाउन हॉल तैयार किया था. फिर 40 वर्षों के दौरान शहर के स्कूलों में काव्य गोष्ठियों और सामाजिक कार्यक्रमों के साथ-साथ विभिन्न नाटक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. लेकिन 2 साल से यह टाउन हॉल स्थिति के कारण कार्यक्रमों के लिए बंद कर दिया गया है, जिसका एक हिस्सा गैलरी ढहने से जानहानि हो सकती है. इसलिए इस हॉल का उपयोग बंद कर दिया गया है. दूसरी ओर, मनपा द्वारा टाउन हॉल के नवीनीकरण का प्रस्ताव का नया प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. इसका पालन किया जा रहा है. मनपा के आर्किटेक्चर संजय देशमुख ने बताया कि, यह प्रकल्प दो चरण में पूरा किया जाएगा. पहले चरण में 45 करोड का बचत गट मॉल व 870 आसन क्षमता रहने वाला टाउन हॉल तैयार किया जाएगा. दूसरे चरण में पर 70-70 सीटों की क्षमता वाले दो मिनी थिएटर बनाये जायेंगे.दुकानदारों के वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था टाउन हॉल के सामने की जायेगी.टाउन हॉल के सामने उपलब्ध मैदान को टहलने योग्य उपयोगी बनाया जाएगा. तथा ब्रिटीशकालीन स्व.गोपालकृष्ण गोखले स्कूल को नया लुक दिया जाएगा.
दूसरे चरण में जिलाधिकारी कार्यालय के अंतर्गत आने वाली दुकानें व एलिवेटेड पार्किंग के साथ ही दो मुख्य प्रवेशद्वार तैयार किए जाएंगे. एलिवेटेड के कारण यहां की पार्किंग की समस्या से नागरिकों को निजात मिलेंगी. पार्किंग के लिए राजकमल चौक व जयस्तंभ चौक से रास्ता रहेगा. नागरिकों को भीतर प्रवेश के लिए भीड नहीं करना पडेगा. दोपहिया और चारपहिया वाहनों का आवागमन भी कम हो जाएगा, भले ही टाउन हॉल से सटी दुकानों का किरायापट्टा समाप्त हुआ हो फिरभी यह स्थान जिला कलेक्टर के अधिकार क्षेत्र में है. यदि टाउन हॉल प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है, तो कला और साहित्य के लिए एक नया मंच उपलब्ध होगा और अंबानगरी के सांस्कृतिक और साहित्यिक शहर को बढ़ाया जाएगा.
हरी झंडी मिलते ही शुरु होगा काम
इस संदर्भ में राज्य सरकार को विशेष निधि अंतर्गत तीन माह पूर्व ही प्रस्ताव भेजा है. सरकार की तरफ से हरी झंडी मिलते ही काम की शुरुआत की जाएगी.
-डॉ. प्रवीण आष्टीकर, मनपा आयुक्त