* वैट दोगुना करने का जोरदार विरोध
अमरावती/दि.2– अमरावती जिला परमीट रुम असो. ने आज 2 नवंबर को जिले की सभी 400 बार, रेस्टारेंट बंद रख जिलाधीश को चाबियां सौंपने का प्रयास किया. बार असो. के पदाधिकारी जिलाधीश से मिलने पहुंचे थे. उनके नाम निवेदन ले गए थे. कलेक्टर से भेंट नहीं हो पाई. तब निवासी उपजिलाधिकारी को उन्होंने राज्य सरकार व्दारा बार पर वैट दोगुना कर देने के कारण व्यवसाय करना मुश्किल हो जाने की शिकायत करते हुए अपने प्रतिष्ठानों की चाबियां सौंप दी. आरडीसी ने चाबियां लेने से मना कर दिया. इस समय असोसिएशन के अध्यक्ष नितिन मोहोड, उपाध्यक्ष अनिल तरडेजा, सूर्यकांत जायस्वाल, सचिव आशीष देशमुख, गजानन राजगुरे, सुरेश चांदवानी, अंकित राजगुरे, मयूर झांबानी, बाबू राजगुरे, नितिन कडू, किरण खत्री, बंटी राउत, अजय जाधव, विठ्ठल इंगले, पूजा पाथरे, जयंत वाकोडे, गोपाल अरबट, सुरेश राय, दिलीप चव्हाण, रेखा मिश्रा, दीपक जरे, दीपक गुडदे, नासीर भाई आदि उपस्थित थे.
जिला परमीट रुम असो. ने राज्य शासन व्दारा 1 नवंबर से बढाए गए 10 प्रतिशत वैट का कडा विरोध करते हुए शासन से यह टैक्स रद्द करने की मांग की है. असो. ने अपने आंदोलन को लेकर कलेक्टर को निवेदन देकर सूचित कर दिया है. जिले में सैकडों बार बंद रहे. मोहोड ने बताया कि प्रदेश में 20 हजार से अधिक बार संचालक बढाए गए वैट के कारण संकट में आ जाएंगे. पहले ही बार का धंधा प्रभावित हो रखा है. मोहोड ने यह भी कहा कि सरकार ने केवल एफएल 3 के लाइसेंस धारकों पर वैट लगाया है. यह गलत और अन्यायपूर्ण है. सभी को समान टैक्स लागू होना चाहिए. कलेक्टर को दिए निवेदन में कहा गया कि केवल बार संचालकों पर वैट लगाने से सरकार की आमदनी बढेगी, यह सोच ही गलत है. बार संचालकों को अपने बार बंद करने पडेंगे या कोई कडा फैसला लेना पडेगा. जिले में सभी बार बंद रहने का दावा असोसिएशन ने किया है. यह भी आरोप लगाया कि बार संचालकों पर टैक्स दोगुना कर अन्याय करने के साथ सरकार वाइनशॉप संचालकों के हित में अथवा उनके दबाव में निर्णय ले रही है. मोहोड व पदाधिकारियों ने आरडीसी से उनकी न्याय मांग सरकार तक पहुंचाने का अनुरोध किया.