अमरावती

चांदूर बाजार डिपो में 36 गाड़ियों पर 41 बसों का भार

नागपुर सहित लंबी दूरी की बसें बंद

भंगार गाड़ियों पर शुरु है आगार का काम
चांदूर बाजार-/दि.1 चांदूर बाजार डिपो महामंडल को आय देने वाला आगार रहते इस डिपो का कारभार मर्यादा खत्म हुई भंगार गाड़ियों पर शुरु है. 41 बसेस की आवश्यकता रहने के बावजूद सद्यस्थिति में 36 बसेस है. इन पर ही फिलहाल डिपो से हर रोज 15 हजार से अधिक यात्री प्रवास करते हैं. इनमें ग्रामीण भाग के तीन से चार हजार विद्यार्थियों का समावेश है. राजनीतिक नेताओं के परिसर के इस आगार को गत 10 वर्षों से नई बसेस नहीं मिली है. ब्रेक डाउन में ही गाड़ियां बंद पड़ने की समस्याएं होने के कारण एसटी चालक व वाहकों को यात्रियों के रोष का सामना करना पड़ रहा है.
बस डेपो से जिला में दौड़ने वाली 35 शेड्युल पर 36 गाड़ियों से यात्रा करने वाले यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता है. इनमें 12 बसों की मार्ग पर दौड़ने की मर्यादा खत्म होने से वे भंगार अवस्था में होते हुए भी मार्ग पर दौड़ रही है. कम बसों के कारण अमरावती जाने वाले यात्रियों को बी बस का इंतजार करना पड़ता है. चांदूर बाजार आगार में सद्य स्थिति में 36 बसेस है.इनमें से 24 बसेस व्यवस्थित हैं. इनमें से 12 बसेस 13 लाख कि.मी. से अधिक दौड़ी है. ग्रामीण भाग में ये बसेस दौड़ते समय दुर्घटना का धोखा बना रहता है. लंबी दूरी के औरंगाबाद व खामगांव के अलावा नागपुर की चार फेरियां कम बसों के कारण बंद की गई है. जिसके चलते डिपो की आय दिनोंदिन कम हो रही है. नादुरुस्त बसेस की दुरुस्ती के लिये आवश्यक स्पेअर पार्ट की आपूर्ति भी आवश्यक पैमाने पर उपलब्ध न होने की जानकारी है.

चांदूर बाजार डिपो को पांच एसटी बसेस की आवश्यकता है. इसके लिये वरिष्ठ स्तर पर नियमित मांग की जा रही है. आगार में बसों की कमी के कारण लंबी दूरी के शेड्युल बंद किये जाने के साथ ही ग्रामीण भाग में फेरियां बढ़ाई गई है.
– आशा वासनिक, आगार व्यवस्थापक, चांदूर बाजार

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