अमरावती

पांच माह में 41 बालमृत्यु और 3 मातामृत्यु

16 नवजात ने भी तोडा दम

* मेलघाट में नहीं थम रहा कुपोषण
अचलपुर/दि.30– वर्ष 1993 में मेलघाट के आदिवासी इलाकें मे कुपोषण और भूखमरी से बालमृत्यु होने की जानकारी संपूर्ण देश के सामने आई थी. इस कारण संपूर्ण महाराष्ट्र में हडकंप मच गया था. तब से अब तक मेलघाट में बालमृत्यु का सिलसिला जारी है. पिछले पांच माह में 41 बालमृत्यु 3 मातामृत्यु और 16 नवजातों की मृत्यु होने की जानकारी सामने आई है.
मेलघाट में विविध प्रकार की योजना और उस पर होने वाला खर्च करोडोंं रुपए के करीब है. लेकिन मेलघाट में मातामृत्यु व बालमृत्यु रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बालमृत्यु रोकने के लिए अनेक योजना केंद्र राज्य सरकार ने हाथ में लिए है. लेकिन मेलघाट में अप्रैल से अगस्त इस पांच माह में 41 बालमृत्यु हुई है. इसके अलावा 16 नवजात मृत्यु और 3 माता मृत्यु हुई है. इन मृत्यु में कार्यक्षेत्र और कार्यक्षेत्र के बाहर का समावेश है. लेकिन मेलघाट में हर वर्ष बालमृत्यु, मातामृत्यु क्यों होती है इस बाबत शासन को गंभीरता से अभ्यास करने की आवश्यकता है. सरकारी यंत्रणा व्दारा स्वास्थ्य का दर्जा सुधारने तथा कुपोषण और बालमृत्यु कम होने के लिए विविध योजना चलाई जाती है. लेकिन इसका सकारात्मक परिणाम होता नहीं दिखाई देता. इसके पीछे अनियमितता का कारण छिपा नहीं है. बालमृत्यु के कारण अनेक रहे तो भी इसका मुख्य कारण कुपोषण ही है. कुपोषण की समस्या काफी समय से देश में चल रही है. गरीबी और अन्य कारणों से कम आयु में बच्चे और माता को उचित आहार न मिलने से यह समस्या निर्माण होती है. गरीबी के कारण लाखों बच्चों को और माताओं को भी पोषक आहार न मिलने से जन्म से ही वे कुपोषण के घेरे में आ जाते हैं. बालमृत्यु, मातामृत्यु रोकने के लिए गर्भवती माता, बालकों समेत अंगनवाडी बालक और शालेय विद्यार्थियों के लिए पोषण आहार योजना है. लेकिन इसमें भी अनियमितता होने से लाभार्थियों के पेट में आहार नहीं जाता.

* शासकीय अस्पताल वेंटिलेटर पर
बालमृत्यु के लिए स्वास्थ्य यंत्रणा भी उतनी ही जिम्मेदार है. राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने लगी है. गरीबों को उपचार का आधार रहे और नि:शुल्क उपचार के लिए रहे शासकीय अस्पताल एक तरह से वेंटिलेटर पर दिखाई देते हैं. यहां आवयक सुविधा का अभाव है. सरकारी यंत्रणा के कामकाज को देखते हुए बालमृत्यु, मातामृत्यु और नवजात मृत्यु कैसे थमेगी यह प्रमुख प्रश्न है.

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