अमरावती

जिले से स्थलांतरीत हुए 416 बालक

सबसे ज्यादा चिखलदरा के बच्चों का समावेश

जिला परिषद द्बारा चलाया गया सर्वे अभियान
अमरावती/दि.16 – जिला परिषद की ओर से स्थलांतरीत हुए बच्चों का विशेष सर्वे किया गया. जिसमें जिले भर में करीब 416 बच्चे (स्कूलबाह्य) स्थलांतरीत हुए है. इसमें सबसे ज्यादा स्थलांतरीत होने वाले बच्चों को चिखलदरा तहसील सबसे आगे है. अकेले चिखलदरा तहसील से 161 बच्चे स्थलांतरीत हुए और 139 बालक स्थलांतरीत होकर आए है.
जिला परिषद पंचायत समिति द्बारा जिले के सभी तहसील में हाल ही में स्कूलबाह्य बच्चों का सर्वे किया गया. जिले के 14 तहसीलों में करीब 416 बच्चे स्कूलबाह्य पाए गए. अन्य तहसीलों में 202, दूसरे जिले के 148, दूसरे राज्य के 66 बच्चे स्थलांतरीत हुए, ऐसा सर्वे में उजागर हुआ. स्थलांतरीत होकर आने वाले बच्चों को शिक्षा विभाग द्बारा नजदीकी स्कूल में भरती किया गया है. बालकों को पढाई के प्रवाह में लाने के लिए प्रशासन को सफलता मिली है. जिले में 416 बालक-बालिकाए स्थलांतरीत होकर गए है, इसमें 225 बालक और 191 बालिकाओं का समावेश है. मुख्याध्यापक के मार्गदर्शन में शिक्षक, आंगणवाडी सेविका, सहायिका को विशेष सर्वे का काम सौपा गया था. ऐसा प्रशासन द्बारा बताया गया. जिले में 117 स्कूलबाह्य बच्चों को नियमित किया गया है और स्थलांतरीत होकर गए लडकों में से 350 बालकों को स्कूल में नियमित किया है. स्थलांतरीत होकर आने वाले सभी बच्चों को नजदीकी स्कूल में भरती कर उन्हें शिक्षा के प्रवाह में लाने में प्रशासन को सफलता मिली है.
तहसील निहाय आंकडे
– तहसील गए लौटे
अचलपुर 23 05
अंजनगांव 39 06
चांदूर बाजार 35 20
चांदूर रेल्वे 31 06
दर्यापुर 00 04
भातकुली 03 02
धामणगांव 00 01
धारणी 49 04
मोर्शी 03 00
नांदगांव 02 05
अमरावती 00 49
तिवसा 20 08
वरुड 00 06
चिखलदरा 161 00
ऑफलाइन प्रक्रिया जरुरी है
सरकारी काम में मजदूरों की 2 बार ऑनलाइन तरीके से हाजिरी ली जाती है. मगर मेलघाट में अधिकांश क्षेत्र में नेटवर्क न होने के कारण ऐसे में उपस्थिति दर्ज नहीं हो पाती. किए गए काम का पूरा वेतन न मिलने के कारण सरकार काम की बजाय बाहरगांव में जाकर निजी काम की ओर मजदूरों का रुझान बढा है. इसके लिए शासन यह ऑफलाइन प्रक्रिया लागू करें. इसकी जरुरत है. इसके लिए शासन की ओर प्रयास करेंगे.
– राजकुमार पटेल,
विधायक, मेलघाट.

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