किसी भी समय ढह सकती है शहर की 42 इमारतें
मनपा ने साल भर में ढहाई केवल 9 जर्जर इमारतें
* नोटिस केवल खानापूर्ति
* कई लोग जुटे स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाने में
अमरावती/दि.2-बारिश के दिनों में शहर की पुरानी जर्जर इमारतें किसी भी समय ढहने का खतरा है. यह पुरानी इमारतें धराशायी होकर जीवितहानि की घटनाओं को पुनरावृत्ति का भय अब भी कायम है. शहर की 42 जर्जर इमारतें कभी भी ढह सकती है. इसका अंदाजा होने के बावजूद महानगरपालिका प्रशासन की ओर से इन इमारतों को गिराने की कार्रवाई में लापरवाही बरती जा रही है. बीते सालभर में केवल 9 जर्जर इमारतों पर कार्रवाई की गई लेकिन 42 जर्जर इमारतें जैसे-थे वहीं खडी है. मनपा क्षेत्र में खतरनाक इमारतों को गिराने के लिए प्रशासन हर साल नोटिस जारी करता है. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती. नोटिस केवल खानापूर्ति दिखाई देती है. हालांकि नोटिस मिलने के बाद कई लोगों ने अपने भवनों का मनपा के पैनल के अभियंताओं से स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाने की प्रक्रिया आरंभ की है.
* कुछ इमारतें ढहाई
पिछले 2 साल में शहर के चित्रा और प्रभात चौक पर इमारतें गिरने से 6 लोगों की मौत हो गयी. इसके बाद मनपा ने सख्त रुख अपनाते हुए शहर में जर्जर इमारतों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी. इसमें कुछ इमारतें ध्वस्त की गईं. लेकिन उसके बाद, काम फिर से ठंडे बस्ते में पड़ गया और इस साल का मानसून आधा बीत जाने पर भी अनेक जर्जर इमारतें हादसों को न्योता देकर वहीं खड़ी है.
* पांच इमारतों की अदालती प्रक्रिया
शहर के राजापेठ जोन अंतर्गत 5 जर्जर इमारतों की अदालती प्रक्रिया चल रही है, जब तक अदालत कोई फैसला नहीं दे देती, तब तक मनपा इन जर्जर डमारतों पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकती, अधिकांश इमारतें किराये पर हैं और मालिक के खिलाफ किरायेदार अदालत में चले गए है. इसलिए इमारत मालिक भी इसे खाली नहीं करा सकता.
* स्ट्रक्चरल ऑडिट का नोटिस जारी
बरसात के दिनों में जर्जर इमारतें और भी खतरनाक हो सकती हैं. हालांकि मनपा ने वर्ष के दौरान इनमें से 9 जर्जर इमारतों को ध्वस्त कर दिया, लेकिन शहर में हॉभी भी 42 खतरनाक जर्जर इमारतें हैं. मनपा के निर्माण विभाग ने एक निजी कंपनी के माध्यम से इन्हें स्ट्रक्चरल ऑडिट का नोटिस जारी किया है. इसके मुताबिक अगर इमारत गिरती है तो इमारत मालिक की जिम्मेदारी तय की गई है. अगर बिल्डिंग गिरी तो इसका जिम्मेदार बिल्डिंग मालिक होगा. किसी बिल्डिंग को लेकर विवाद होने पर ही मनपा गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से स्ट्रक्चरल ऑडिट कराता है.
– रवींद्र पवार, शहर अभियंता,
मनपा अमरावती.