* पहले चरण में 14 स्कूलों का कायापलट
अमरावती/ दि.15 – जिला परिषद अंतर्गत हर तहसील की 3 आदर्श स्कूल धनुष्य स्कूल के रुप में विकसित करने का मिनी मंत्रालय ने संकल्प लिया है. इस योजना के तहत 14 तहसील के तीन स्कूलों में भौतिक, शैक्षणिक और गुणवत्ता पूर्वक पढाई विद्यार्थियों को उपलब्ध कराने का प्रयास जिप शिक्षा विभाग कर रहर है. मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा की संकल्पना से यह उपक्रम शिक्षा विभाग व्दारा चलाया जा रहा है.
इस उपक्रम में हर स्कूल को स्मार्ट क्लास रुम, अन्य भौतिक सुविधा इसी तरह अत्याधुनिक शिक्षा सामग्री और विद्यार्थियों की गुणवत्ता विकास के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था व्दारा दिया जाएगा. इसके अलावा शैक्षणिक विकास भी होगा. इस उपक्रम के पीछे यह उद्देश्य है. इसके लिए जिला परिषद के साथ ही महाराष्ट्र ग्राम सामाजिक परिवर्तन अभियान, आईसीआईसीआई फाउंडेशन व अन्य सामाजिक संस्था और जन सहयोग से इस संकल्पना को पूरा करने का मानस जिला परिषद का है. यह उपक्रम में 14 तहसील के 42 स्कूलों का चयन किया गया है. पहले चरण में 14 स्कूलों में भौतिक सुविधा उपलब्ध रहने वाले प्रति तहसीलों में एक इस तरह 14 स्कूलों में यह उपक्रम चलाया जा रहा है. दूसरे चरण में बकाया स्कूलों में भी यह सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेगी.
भौतिक सुविधा रहने वाले स्कूलों में अमरावती तहसील के माहुली जहांगिर, अचलपुर के पथ्रोट कन्या शाला, अंजनगांव सुर्जी के तुरखेड, भातकुली के कामनापुर, चांदूर रेलवे के बग्गी, चांदूर बाजार के घाट लाडकी उर्दू, चिखलदरा के बोराला, दर्यापुर के शिंगणापुर, धामणगांव रेलवे के हिंगणगांव, धारणी खार्या टेंभरु, मोर्शी के नेरपिंगलाई मुले, नांदगांव खंडेश्वर के मांजरी म्हसला, तिवसा के गुरुदेव नगर, वरुड के भोराडा इन 14 स्कूलों का समावेश हैं. वहीं पुसदा, टाकली जहांगिर, धामणी, कांडली उर्दू, कारला, हसनापुर पारडी, जावरा कोलटेक, शिरजगांव कोरडे, सोनोरा बु. देउरवाडा, देवीनगर, चांदूर बाजार, अंबा पाटी, सत्ती, रामतिर्थ, साईनगर, गायवाडी, जुना धामणगांव, तलणी रेलवे, कुटुंगा, पाटिया, भोईपुर, वाघोली, खंडाला खुर्द, दाभा, धामंत्री, दापोरी खुर्द, करजगांव, गांधी नगर, लिंगा यहां भौतिक सुविधाएं नहीं है.
इससे पहले बाला आंगणवाडी केंद्र मॉडल के रुप में विकसीत
जिला परिषद ने इससे पहले जिले में बाला आंगणवाडी केंद्र मॉडल के रुप में विकसीत किया है. बहुत ही कम खर्च में आंगणवाडी केंद्र का मॉडल प्रोजेक्ट सफल हुआ है. इसके बाद अब जिला परिषद के हर तहसील के आदर्श स्कूल इंद्रधनुष्य स्कूल के रुप में विकसीत किये जायेंगे, इसके लिए नियोजन किया जा रहा है.
– अविश्यांत पंडा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद