अमरावती प्रतिनिधि/दि. 3– पुलिस आयुक्तालय के 10 पुलिस थाना क्षेत्र में पिछले 10 माह में 427 व्यक्तियों ने आत्महत्या की है. पुलिस ने इन मामलों में आकस्मिक मौत दर्ज कर मामलों की तहकीकात शुरु की है.
राज्य समेत जिलेभर में मार्च माह से लॉकडाउन शुरु होने के कारण अधिकांश लोगों का रोजगार बंद हो गया. जिसके कारण कुछ लोगों पर भुखे मरने की नौबत आयी. बीते पांच माह में बाजार पूरी तरह से बंद होने के कारण छोटे व्यवसायी व उनके परिवार का भरनपोषण करना दुभर हो गया. बीच में आत्महत्या का कारण भी इसे माना गया. उसके साथ ही परिवार के सभी सदस्य घर मे ही होने के कारण छोटे, मोटे विवादों की वजह से भी आत्महत्या की घटनाएं सामने आयी. शहर के कुछ क्षेत्रों में अज्ञात व्यक्तियों की लाश मिली, जिसे पुलिस थाने में दर्ज किया गया हेै.
पिछले 10 माह में पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में 427 व्यक्तियों की आकस्मिक मौत का मामला दर्ज है. सबसे ज्यादा 80 व्यक्तियों की आत्महत्या के मामले फे्रजरपुरा और गाडगे नगर पुलिस थाना क्षेत्र में 75 व्यक्तियों की मौत दर्ज की गई. सबसे कम मामले नागपुरी गेट व भातकुली पुलिस थाना क्षेत्र में 15-15 दर्ज है. ग्रामीण व अन्य जिले के व्यक्तियों की आकस्मिक मौत के मामले शहरी पुलिस थाने में अपवादात्मक स्थिति में दर्ज किये जाते है. करीब 50 प्रतिशत आकस्मिक मौत के मामले संबंधित पुलिस थाने में भिजवाये जाते है. ग्रामीण क्षेत्र के कुछ मरीज इलाज के लिए शहर के अस्पताल में आते है, उस वक्त इलाज के दौरान मौत होती है तो संबंधित पुलिस थाने के कर्मचारी पंचनामा कर आकस्मिक मौत दर्ज लेकर मृत व्यक्ति जिस पुलिस थाना क्षेत्र में रहता है, उस पुलिस थाने में दर्ज ट्रान्सफर किया जाता है. इस तरह के मौत के 50 प्रतिशत मामले सिटी कोतवाली, फ्रेजरपुरा, राजापेठ व गाडगे नगर इन चार पुलिस थाने में दर्ज है.
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थाने निहाय मौत दर्ज
पुलिस थाना मृतक
- फ्रेजरपुरा 80
- गाडगे नगर 75
- बडनेरा 63
- राजापेठ 52
- वलगांव 40
- नांदगांव पेठ 33
- कोतवाली 30
- खो.गेट 25
- भातकुली 15
- ना.गेट 15
- कुल 427