राज्य में छात्राओं की सुरक्षा के लिए 43 स्वतंत्र आश्रम शालाएं
आगामी शैक्षणिक क्षेत्र से अमल
अमरावती/दि.27– सरकारी आश्रम शालाओं में छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य की 43 आश्रम शालाओं को छात्राओं हेतु स्वतंत्र रखने का निर्णय आदिवासी विकास विभाग द्वारा लिया गया है. जिसमें नाशिक अपर आयुक्तालय में सर्वाधिक 23 तथा अमरावती व नागपुर में 7-7 एवं ठाणे अपर आयुक्तालय क्षेत्र में 6 आश्रम शालाएं छात्राओं हेतु आरक्षित रहेगी. इस योजना पर आगामी शैक्षणिक क्षेत्र से अमल किया जाएगा और उन आश्रम शालाओं में केवल छात्राओं को ही प्रवेश दिया जाएगा.
बता दें कि, राज्य में आदिवासी विकास विभाग के नाशिक, ठाणे, अमरावती व नागपुर ऐसे 4 अपर आयुक्त कार्यालय है तथा 30 प्रकल्प कार्यालय है. इसके मार्फत 499 सरकारी एवं 546 अनुदानित आश्रम शालाएं चलाई जाती है. इन आश्रम शालाओं में अनुसूचित जनजाति के करीब 5 लाख छात्र-छात्राएं प्रवेश लेते हुए अपनी पढाई-लिखाई करते है. कुछ आश्रम शालाओं ने छात्राओं पर हुए अत्याचार की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए आदिवासी विकास मंत्री डॉ. विजयकुमार गावित ने आदिवासी छात्राओं हेतु स्वतंत्र कन्या आश्रम शाला शुरु करने का आदेश प्रशासन को दिया था. जिसके अनुसार प्रशासन ने भौतिक सुविधाओं सहित सुसज्ज इमारत रहने वाली आश्रम शालाओं का चयन किया. साथ ही छात्राओं हेतु चुनी गई जिन आश्रम शालाओं में फिलहाल छात्र प्रवेशित है, ऐसे विद्यार्थी के शैक्षणिक नुकसान व उनके अभिभावकों की असुविधा हेतु टालने हेतु उन्हें किसी नजदीकी आश्रम शाला में समायोजित किया जाएगा, ऐसा आदिवासी विकास विभाग द्वारा स्पष्ट किया गया है.
* अपर आयुक्तालय निहाय छात्राओं की आश्रम शालाएं
नाशिक – 23
अमरावती – 07
नागपुर – 07
ठाणे – 06