होम आयसोलेशन में ४३६ संक्रमित
अमरावती तहसील में सर्वाधिक, स्वास्थ्य विभाग द्वारा केवल फोन पर पूछताछ, बाकी सब रामभरोसे
अमरावती/दि.२९ – इस समय कोरोना का संक्रमण कम हुआ है तथा लक्षणविरहित यानी एसिम्टोमैटिक मरीजों हेतु होम आयसोलेशन की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है. इस स्थिति में फिलहाल ४३६ एक्टिव पॉजीटिव मरीजों पर होम आयसोलेशन के तहत उपचार किया जा रहा है और अब तक ३ हजार ३४१ मरीज इस सुविधा का लाभ ले चुके है.
बता दें कि, कोरोना संक्रमित पाये जानेवाले एसिम्टोमैटिक मरीजों के घर पर यदि प्रसाधनग्रृह सहित स्वतंत्र कमरे की सुविधा है, तो उन्हें घर पर ही १७ दिनों तक होम आयसोलेशन में रहने की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है. किंतु इसके लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा इस सुविधा की आवश्यक जांच पडताल की जाती है. पश्चात उन्हें कुछ जरूरी दवाईयां दी जाती है. साथ ही संबंधित मरीज से रोजाना दो बार फोन पर उनके स्वास्थ्य को लेकर पूछताछ भी की जाती है. इसके अलावा कुछ निजी अस्पतालों द्वारा भी होम आयसोलेशनवाले मरीजों के लिए इलाज के पैकेज घोषित किये गये है. जिले में अब तक २ हजार ९०५ मरीजों को होम आयसोलेशन के जरिये कोविडमुक्त घोषित किया जा चुका है.
५० वर्ष से कम आयुवाले सर्वाधिक मरीज
होम आयसोलेशन में रहनेवाले अधिकांश मरीजों की आयु ५० वर्ष से कम है. इस आयुगुटवाले मरीजों की स्वास्थ्य जांच करने के साथ ही कोमार्बीड बीमारियों की जांच करते हुए उन्हें स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी की अनुमति से होम आयसोलेशन में रहने की सुविधा प्रदान की जा रही है.
- होम आयसोलेशनवाले मरीजों ने रोजाना थर्मामीटर के जरिये अपने शरीर का तापमान तथा पल्स ऑक्सिमीटर के जरिये नाडी की गति व ऑक्सिजन सैच्युरेशन की जांच करनी चाहिए. साथ ही किसी भी तरह की कोई तकलीफ होने पर स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क करना चाहिए. इसके अलावा सभी नियमों का पालन करते हुए अपने सहित अपने परिवार को भी सुरक्षित रखना चाहिए.
– डॉ. विशाल काले वैद्यकीय अधिकारी, अमरावती मनपा
होम आयसोलेशन के लिए जरूरी शर्ते
मरीज के अति सौम्य लक्षण या लक्षणविरहित रहने के बारे में डॉक्टरों द्वारा प्रमाणित किया गया हो. मरीज के घर में उसके एवं अन्य परिजनों के अलग-अलग रहने की स्वतंत्र व्यवस्था हो. ५० से ६० वर्ष से अधिक आयुवाला मरीज रहने पर उसकी कोमार्बीड टेस्ट भी वैद्यकीय अधिकारी से करायी जानी चाहिए. इसके बिना किसी भी मरीज को होम आयसोलेशन में रहने की अनुमति नहीं दी जाती.
प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था
स्वास्थ्य महकमे द्वारा सभी मरीजों पर संनियंत्रण करने हेतु सर्वेक्षण टीम द्वारा प्रत्यक्ष गृह भेट देते हुए आवश्यक जांच पडताल की जाती है. साथ ही नियंत्रण कक्ष द्वारा दिन में दो बार फोन करते हुए शरीर के तापमान, ऑक्सिजन लेवल व पल्सरेट को लेकर पूछताछ की जाती है. इसके साथ ही मरीज के रिश्तेदारों को खुद की कोरोना टेस्ट करने के संदर्भ में मार्गदर्शन किया जाता है. वहीं मरीज द्वारा नियमों का भंग करने पर अथवा उसे अधिक उपचार की जरूरत पडने पर उसे अस्पताल में भरती करने की कार्यवाही भी की जाती है.
पांच तहसीलों में कितने मरीज
- अमरावती – ४३६
- अचलपुर – २२१
- वरूड – १७०
- चांदूर रेल्वे – १३८
- नांदगांव खंडे. – १०१
– कुल मरीज – १६१३०
– ठीक हुए – १४८३९
– एक्टिव पॉजीटिव – ४०४
– मृत्यु – ३६१