शहर में 45 स्थान महिलाओं के लिए असुरक्षित
पुलिस के कई स्मरण पत्रों की संबंधितों द्वारा अनदेखी
निर्जन स्थानों पर अपनी सुरक्षा को लेकर खुद भी सतर्क रहना जरूरी
अमरावती/दि.2- शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने महिलाओं के लिए अपनी किसी भी तरह की शिकायत दर्ज कराने हेतु स्वतंत्र क्रमांक की व्यवस्था उपलब्ध कराने के साथ ही रेल्वे स्टेशन व बस स्टैण्ड से घर जानेवाली महिलाओं के लिए पुलिस की ‘ऑन कॉल’ व्यवस्था 24 बाय 7 उपलब्ध करायी. इसके अलावा शाश्वत उपाय योजनाओं के तौर पर महिलाओं के लिए असुरक्षित रहनेवाले निर्जन स्थलों को भी चिन्हीत किया गया. शहर के 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में ऐसे 45 स्थान निश्चित करते हुए वहां पर सुरक्षा विषयक उपाय योजनाओं पर अमल किया जा रहा है. लेकिन ये निर्जन स्थल जिन विभागों या संस्थाओं के अख्तियार में आते है, उनकी ओर से उन स्थानों पर सुरक्षा विषयक उपाय योजनाओं को लेकर पीठ दिखाई जा रही है. ऐसे में सवाल उठाया जा रहा है कि, सुनसान व निर्जन स्थानों पर सुरक्षा मुहैय्या कराने की जिम्मेदारी केवल पुलिस की है क्या, साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि, इन असुरक्षित स्थलों को लेकर इससे पहले भी कई बार सूची व अलर्ट जारी किये जा चुके है. अत: खुद नागरिकों, विशेषकर महिलाओं ने ऐसे स्थलों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए.
महिलाओें के लिए असुरक्षित रहनेवाले ये 45 निर्जन स्थल जिन विभागों व संस्थाओं या शिक्षा संस्थाओं के अख्तियार में आते है. उनके द्वारा इन स्थानों पर सीसीटीवी सहित सुरक्षा विषयक अन्य उपायों पर अमल किया जाये. ऐसा पत्रव्यवहार सभी संबंधित थानेदारों की ओर से किया गया है. इन स्थानों पर सुरक्षा रक्षक की नियुक्ति की जाये. यहां पर अगर प्रेमी जोडे आते है, तो उन्हें यहां आने से मना करते हुए इससे संबंधीत जानकारी पुलिस को दी जाये. ऐसा इन स्मरण पत्रों में कहा गया है. लेकिन अब तक संबंधितों द्वारा इन पत्रों को गंभीरता से नहीं लिया गया. ऐसे में पुलिस द्वारा बार-बार निश्चित अवधि के बाद संबंधित विभागों व संस्थाओं को स्मरण पत्र जारी किया जा रहा है. परंतु अब तक इसका कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा.
* कॉलेज परिसर में भी होती है छेडखानी
इससे पहले शहर के केएल कॉलेज परिसर, शिवाजी शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय परिसर तथा विमवि कॉलेज परिसर सहित बाबा कॉर्नर परिसर में महिलाओं व युवतियों के साथ छेडछाड की घटनाएं घटित हुई है. वहीं गणेशदास राठी विद्यालय में तो असामाजिक तत्वों ने शाला के भीतर घुसकर शिक्षकों के साथ मारपीट की थी. इस तरह की घटनाओं को देखते हुए शिक्षा संस्थाओं द्वारा सेफ्टी मेजर का पालन किया जायेगा, ऐसी उम्मीद पुलिस द्वारा जताई गई थी, लेकिन छेडखानी की घटनाएं बढने के बावजूद भी शिक्षा संस्थाओं ने इनसे कोई सबक नहीं लिया है.
* ये हैं निर्जन व असुरक्षित स्थल
एमआयडीसी परिसर, मायानगर देशी शराब दुकान परिसर, सुतगिरणी, गानुवाडी, छत्री तालाब बगीचा, सातुर्णा, एमआयडीसी परिसर, कालाघोडा मैदान, दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने का परिसर, साईनगर से अकोली रेल्वे स्टेशन रोड, दसरा मैदान, शारदा नगर गार्डन, शिलांगण रोड, हिंदू श्मशान भूमि के पास का परिसर, शंकरनगर श्मशान भूमि परिसर, रंगोली पर्ल हॉटेल के पास स्थित मैदान, बेलपुरा स्कूल मैदान, चवरेनगर व हमालपुरा सार्वजनिक शौचालय परिसर व कुंभारवाडा बगीचा, वेलकम टी-पॉइंट परिसर, सिध्दार्थ नगर नवसारी से राजपुत ढाबा मार्ग होते हुए नागपुर की ओर जानेवाला बायपास, नेहरू मैदान परिसर, शासकीय अध्यापक विद्यालय, शासकीय विद्यानिकेतन विद्यालय, आकाशवाणी के समीप वाला परिसर, वैष्णोदेवी मंदिर परिसर, पोहरा रोड, वडाली गार्डन परिसर, कोंडेश्वर देवस्थान, गांधी विद्यालय पुरानी बस्ती, बडनेरा, राजेश्वरी विद्यालय, बोरगांव धरण परिसर आदि का समावेश है.