* विदर्भ कॉटन असो. का सेेमिनार
* चंद्रपुर से लेकर मलकापुर तक के जीनर्स, ब्रोकर्स, ट्रेडर्स पधारे
अमरावती/दि.28 – विदर्भ में कपास उत्पादन बढाने के लिए सभी क्षेत्र को प्रयास करने चाहिए. यहां की जलवायु कपास की पैदावार हेतु पोषक है. उसी प्रकार यहां के जीनर्स, ट्रेडर्स, ब्रोकर्स, मिलर्स के साथ मिलकर शासन प्रशासन काम करने तत्पर हैं. संपूर्ण पारदर्शिता के साथ काम होगा. शीघ्र विदर्भ में सीसीआई के 45 नये केन्द्र शुरू किए जायेंगे. यह घोषणा सीसीआई के महानिदेशक ललित गुप्ता ने की. वे स्थानीय एमआयडीसी स्थित होटल प्राइम पार्क में आयोजित विदर्भ कॉटन असो. के मीट में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे. इस समय मंच पर असो. के अध्यक्ष भावेश शाह, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक नीलेश निकम, बजाज स्टील इंडस्ट्रीज के एम. के. शर्मा, जीमा टैक्स के विनित मोहता, जाधव गियर्स के संजय जाधव, सचिव इरफान खोजे आदि विराजमान थे.
ललित गुप्ता ने विदर्भ कॉटन असो. को कपास से संबंधित सभी बातों में सभी प्रकार के सहयोग का वादा किया. उसी प्रकार डीआईसी के नीेलेश निकम ने भी प्रशासन के स्तर पर सभी प्रकार के सहयोग के साथ जीनर्स को शासकीय योजनाओं के लाभ लेने का आवाहन किया. उद्यमी विनित मोहता, संजय जाधव एवं एम.के. शर्मा ने नई तकनीक के उपलब्ध साधनों का ब्यौरा देते हुए वैश्विक सोच के साथ व्यापार, कारोबार करने की सलाह उपस्थित जीनर्स और ब्रोकर्स, व्यापारियों को दी. संजय जाधव ने अपने जाधव गियर्स में उपलब्ध मशनरी की जानकारी देते हुए बताया कि रोबो से अधिकाधिक कार्य किया जा रहा है. इससे समय और लागत की बचत होती है.
आगाज जोरदार
वीसीए अध्यक्ष भावेश शाह ने संगठन की जानकारी देते हुए बताया कि बीआईएस विरोधी रणनीति तय करने हम सभी विदर्भ के जीनर्स, मिलर्स, ब्रोकर्स, ट्रेडर्स एकजुट हुए. हमारा आगाज जोरदार रहा. सरकार ने पिछले वर्ष बीआईएस पर स्थगन दिया. इस वर्ष पुन: मंगलवार को ही बीआईएस के आदेश पर रोक जारी रहने की घोषणा कर दी है. समय-समय पर शासन से आनेवाली समस्याओं को निराकरण वीसीए करने तत्पर रहेगा. शाह ने बताया कि संगठन के आज चंद्रपुर, गडचिरोली से लेकर बुलढाणा, मलकापुर तक 400 से अधिक सभासद बने हैं. अधिकांश ने आजीवन शुल्क अदा कर संगठन पर विश्वास व्यक्त किया है. वह विश्वास हम जाया नहीं होने देंगे. संगठन ने निखिल अग्रवाल की अध्यक्षता में विवाद निवारण समिति भी बनाई है. जिससे विदर्भ का कोई भी सदस्य अपनी कोई भी शिकायत बताकर उसका निवारण प्राप्त कर सकता है.
* आरसीएम पर हल निकालेंगे
सचिव इरफान खोजे ने बताया कि इंडस्ट्री के लोगोें का वर्किंग कैपीटल आरसीएम में ब्लॉक हो रहा है. जिससे दिक्कत बढती है. इस पर मंत्री और अधिकारियों से चर्चा कर समाधान खोजने का प्रयास वीसीए निश्चित ही करेगा. सम्मेलन का प्रारंभ गणेशजी की प्रतिमा को माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से किया गया. संचालन शीतल कंडवाल ने उत्कृष्ट किया. आभार प्रदर्शन वीसीए के कोषाध्यक्ष नरेंद्र चांडक ने किया.
सम्मेलन में राजेश गांधी, उमंग अग्रवाल, अजय भट्टड, अरूण शर्मा, आनंद सागर इंडस्ट्री, आशीष इंडस्ट्री, भावेश दासानी, सागर चांडक, यश संगई, मदन राठी, आशीष राठी, व्रजेश शाह, भरत खंडेलवाल, रितेश मंत्री, सतीश मोहोड, अजय पचगाडे, अनिल पनपालिया, रितेश शाह, सुधीर पेठकर, शहजाद कुरेशी, खुशाल कलंत्री, शेख इब्राहिम, सत्यनारायण टावरी, सुशांत कोकाटे, कमलेश पटेल, पंकज मोदी, अनुराग अग्रवाल, शुभम मंत्री, अंशुल अग्रवाल, आदित्य अग्रवाल, आयुष नेमानी, पवन गांधी,
* कपास गांठ उत्पादन में अमरावती अव्वल
जिला यूनिट गांठे
अमरावती 71 1286900
वर्धा 72 1223000
यवतमाल 71 1157142
नागपुर 36 896800
अकोला 56 717520
बुलढाणा 46 585231
वाशिम 07 89200
30 हजार करोड की इंडस्ट्री
सम्मेलन में बताया गया कि विदर्भ में 401 यूनिट से 6828135 कपास गांठों का उत्पादन किया गया है. जिससे मोटे तौर पर कह सकते है कि 30 हजार करोड की यह इंडस्ट्री है. इसके विकास के लिए शासन और प्रशासन से सतत संपर्क करते हुए असोसिएशन क्षेेत्र के किसानों के हित में निर्णय करेगा. कदम उठायेगा.
* पूरे विदर्भ से आए जीनर्स
विदर्भ कॉटन असो. की स्थापना को एक वर्ष पूर्ण होने उपलक्ष्य आयोजित आज की कॉटन मीट के लिए विदर्भ के 9 जिलों से जीनर्स, ब्रोकर, ट्रेडर्स और मिलर्स पधारे. पांढुर्णा और सौंसर से भी असो. के सभासद आए थे. सेमिनार में विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए. वहीं इंडस्ट्री से संबंधित बातों पर साधक बाधक चर्चा हुई. नार्थ और साउथ की कपडा मिलों से वीसीए चर्चा कर माइश्चर और अन्य बातों से होेते विवाद और अन्य विषयों के हल निकालेगा.