अमरावती

राज्य के 45 हजार कृषि पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ

शासन व्दारा निर्णय देरी से लिया गया, किंतु निर्णय का स्वागत

  • भाजयुमों प्रदेश सचिव सोपान कनेरकर ने कहा

अमरावती/दि.15 – प्रदेश के गैर कृषि विद्यालयों की तर्ज पर चार कृषि विश्वविद्यालयों के तहत आने वाले सरकारी और निजी कृषि महाविद्यालय के स्नातक, स्नातकोत्तर और आचार्य पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों की फीस में छूट दी जाएगी. ऐसा शासन व्दारा निर्णय लिया गया है. यह निर्णय देरी से लिया गया किंतु इस निर्णय का स्वागत है ऐसा भाजयुमो प्रदेश सचिव सोपान कनेरकर ने कहा. भाजपा प्रदेश सचिव सोपान कनेरकर ने बताया कि शासन व्दारा लिए गए इस निर्णय से 45 हजार विद्यार्थियों को इसका लाभ होगा.
इन विद्यार्थियों को फीस में छूट दी जाए ऐसी मांग भारतीय जनता युवा मोर्चा व्दारा सतत शासन से की गई थी. इतना ही नहीं भाजयुमो प्रदेश सचिव सोपान कनेरकर के नेतृत्व में कृषि विद्यापीठ पर अांदोलन भी किया गया था. जिसमें फीस में छूट देने का निर्णय शासन व्दारा लिया गया. जिसकी वजह से राज्य के 38 सरकारी 151 गैर अनुदानित महाविद्यालयों को मिलाकर कुल 189 महाविद्यालयों के 45 हजार विद्यार्थियों को इसका फायदा होगा. इतना ही नहीं जिन विद्यार्थियों के पालकों की कोरोना से मौत हुई है उनकी फीस माफ कर दी जाएगी. शासन व्दारा लिए गए निर्णय का प्रदेश भाजयुमो सचिव सोपान कनेरकर ने स्वागत करते हुए पूर्व कृषिमंत्री अनिल बोंडे, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत पाटिल, भाजयुमा प्रदेश महामंत्री शिवाणी दाणी, कुलगुरु डॉ. विजय भाले का भी आभार व्यक्त किया.

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