‘पस्ती से पुस्तक’ अभियान में 478 किलो रद्दी दान
आयएमए का अर्हम युवा सेवा ग्रुप के उपक्रम में सहयेाग

* जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा में रद्दी दान हेतु आगे आए शहर के डॉक्टर्स
अमरावती/ दि. 9– राष्ट्रसंत परम गुरूदेव श्री नम्रमुनि महाराज साहेब की प्रेरणा से एज्युकेशन हेल्प उपक्रम अंतर्गत असहाय जरूरतमंद बच्चों को शैक्षणिक सहायता देने के महत्वपूर्ण उद्देश्य से अर्हम युवा सेवा ग्रुप द्बारा प्रति वर्ष ‘पस्ती से पुस्तक’ रद्दी संकलन से शिक्षा का महाअभियान चलाया जाता है. जिसमें शहर के हर एक समाज, संस्थाएं, स्कूल, कॉलेज, कॉर्पोरेट सेक्टर्स, बैंक, बीमा कंपनी, होटल्स, अस्पताल, विविध संगठन और संस्थाओं को रद्दी दान करने की अपील की जाती है.
इसी श्रृंखला अंतर्गत हाल ही में आय.एम.ए. अमरावती शाखा अध्यक्ष डॉ. अलका कुथे के कुशल मार्गदर्शन में सचिव डॉ. राधा सावदेकर, की पहल से आयएमए के वरिष्ठ कार्यकारी सदस्य (सीनियर एग्जीक्यूटिव मेंबर)डॉ. विजय कुथे, सचिव डॉ. राधा सावदेकर, कोषाध्यक्ष डॉ. गौरव गोहाड इस कार्यक्रम के प्रकल्प संचालक डॉ. पंकज इंगले व डॉ. अंशु चांडक की प्रमुख उपस्थिति में आय.एम.ए. हॉल से 478 किलो रद्दी अर्हम सेवक निमिष संघाणी, भव्य धुवविया, डॉ. दीपिका दामाणी आदि अर्हम सेवकों को अर्पण की गई रद्दी दान के इस कार्यक्रम में अर्हम युवा सेवा ग्रुप द्बारा पर्यावरण रक्षणार्थ जीवदया का महत्व बताते हुए चीटियों को भोजन कराने के अर्हम एंट पॉट उपस्थित डॉक्टरों को अर्पण किए गये .इस अवसर पर डॉक्टरों का कथन था कि हमें यह तो पता था कि भूखे को भोजन, पशुओं को रोटी, पंछियों को दाना,पानी देना हमारा कर्तव्य है. पुण्य कार्य है, किंतु हमें आज तक यह पता नहीं था कि चीटियों को भी हम भोजन कराने का नेक कार्य कर पुण्योपार्जन कर सकते है. उन्होंने अहर्म ग्रुप के सेवा कार्य की सराहना करते हुए सभी अर्हम सेवकों को धन्यवाद दिया. आयएमए अमरावती शाखा अध्यक्ष डॉ. अलका कुथे व सचिव डॉ. राधा सावदेकर, एवं उनकी टीम से मिलकर सभी को पुराने अखबार, पुरानी किताबें, नोटबुक, रजिस्टर और स्क्रैप पेपर आदि अर्हम ग्रुप के ‘पस्ती से पुस्तक’ रद्दी संकलन महा अभियान में दान करने का आवाहन किया. फलस्वरूप डॉ. विवेक कावलकर, डॉ. अभिजीत डकरे, डॉ. आभा लाहोटी, डॉ. आशा हरवानी, डॉ. संगीता सालुंखे, डॉ. रंजीता मालपे, डॉ. भाग्यश्री देशमुख, डॉ. प्रहलाद पाटिल, डॉ. पूनम राठी, डॉ. जागृति शाह, डॉॅ. कल्पना राठी, डॉ. शर्मिष्ठा बेले, डॉ. ऋषिकेश सावदेकर, डॉ मोनाली ढोले, डॉ. सुभाष पाटणकर, डॉ. दिनेश वाघाडे, डॉ. पुंशी, डॉ. विभूति बुब आदि सभी डॉक्टरों ने अपनी ओर से जितना ज्यादा संभव हो पाए उतनी रद्दी दान दी. कुछ डॉक्टर्स ने अपनी ओर से जरूरतमंद बच्चों की पढाई हेतु रजिस्टर और पेन सेट भी अर्पण किए. अर्हम सेवक इन सभी डॉक्टरों के हदय में बसी दया, करूणा और मानवता के श्रेष्ठ भावों की अनुमोदना करते हुए उनका अंतरमन से आभार व्यकत करते हैं.